नई दिल्ली- जाने इस रक्षाबंधन राखी बादने का क्या है शुभ मुहू्र्त, राखी बांधते वक्त इस मंत्र के उच्चारण से होगा लाभ

Raksha Bandhan 2019 Date: हिंदू धर्म में रक्षा बंधन के त्योहार का बहुत अधिक महत्व होता है। इस पर्व को भाई-बहन का त्योहार माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधती है। इसके साथ ही लंबी उम्र की कामना करती है। जानें रक्षा बंधन कब है। इसके साथ ही
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नई दिल्ली- जाने इस रक्षाबंधन राखी बादने का क्या है शुभ मुहू्र्त, राखी बांधते वक्त इस मंत्र के उच्चारण से होगा लाभ

Raksha Bandhan 2019 Date: हिंदू धर्म में रक्षा बंधन के त्योहार का बहुत अधिक महत्व होता है। इस पर्व को भाई-बहन का त्योहार माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधती है। इसके साथ ही लंबी उम्र की कामना करती है। जानें रक्षा बंधन कब है। इसके साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त।

रक्षा बंधन कब है, क्या है शुभ मुहूर्त

राखी का यह पावन त्योहार इस बार 15 अगस्त, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस बार राखी बांधने का मुहूर्त बहुत ही लंबा है। रक्षा बंधन 2019 में बहने अपने भाई को सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शाम 6 बजकर 1 मिनट तक राखी बांध सकती हैं।

नई दिल्ली- जाने इस रक्षाबंधन राखी बादने का क्या है शुभ मुहू्र्त, राखी बांधते वक्त इस मंत्र के उच्चारण से होगा लाभ

रक्षा बंधन पांचांग

रक्षा बंधन अनुष्ठान का समय- सुबह 05:53 से शाम 5:58
अपराह्न मुहूर्त- दोपहर 1:43 से
शाम 4:20
पूर्णिमा तिथि आरंभ – दोहपर 3:45 (14 अगस्त)
पूर्णिमा तिथि समाप्त- शाम 5:58 (15 अगस्त)
भद्रा समाप्त: सूर्योदय से पहले

राखी बांधने की पूजा विधि

रक्षाबंधन के दिन अपने भाई को इस तरह राखी बांधें। सबसे पहले राखी की थाली सजाएं। इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें। इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें। राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें। फिर भाई को मिठाई खिलाएं। अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्‍पर्श कर उसका आशीर्वाद लें। यदि बहन बड़ी है तो भाई को चरण स्‍पर्श करना चाहिए। राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्‍छा और सामर्थ्‍य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए। ब्राह्मण या पंडित जी भी अपने यजमान की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं।

नई दिल्ली- जाने इस रक्षाबंधन राखी बादने का क्या है शुभ मुहू्र्त, राखी बांधते वक्त इस मंत्र के उच्चारण से होगा लाभ

राखी बांधते वक्त इस मंत्र का करें उच्‍चारण

ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।

किस दिशा में मुंह कर बैठे राखी बंधवाने

राखी बंधवाते समय दिशाओं का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। राखी बंधवाते वक्त भाई अपना मुंह पश्चिम दिशा में करके बैठें। दरअसल सुबह 05:30 बजे चन्द्रमा कुंभ राशि में 3 डिग्री का होगा और ये सारे दिन उत्तर की तरफ बढ़ेगा। इस स्थिति में अगर आप पश्चिम की ओर बैठेंगे तो सुबह-सुबह चन्द्रमा आपके सामने होगा और बाकी दिन ये दाहिनी ओर जाता जायेगा। आपको बता दें कि सामने का और दाहिनी ओर का चन्द्रमा शुभ होता है। अतः राखी बंधवाते समय भाई अगर पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठे तो अच्छा होगा।