नई दिल्ली-क्रिकेट लंबे समय से ऐसे ही एक नियम को लेकर असमंजस्य में था। कई बार खिलाड़ी मैच के दौरान चोटिल हो जाते है। ऐसे में या तो उन्हें रिटायर्ड हर्ड होना पड़ता है या फिर मजबूरी में पीड़ा में ही खेलना पड़ता है। नियम के मुताबित खिलाड़ी केवल फीडिंग कर सकता है। लेकिन अब आप चोटिल खिलाड़ी की जगह टीम नये खिलाड़ी को शामिल कर सकेंगी।
यानि अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी टीम में शामिल किया जा सकेगा। वह बॉलिंग, बैटिंग और विकेटकीपिंग भी कर सकेगा। ऐसे खिलाडिय़ों को कन्कशन सब्स्टिट्यूट कहा जाएगा। यह नियम इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच एक अगस्त से होने वाली एशेज सीरीज से लागू होगा।
विगत दिनों लंदन में आयोजित आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में यह नियम लागू करने का निर्णय लिया गया। यह नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट और फस्र्ट क्लास क्रिकेट में लागू होगा। कन्कशन सब्स्टिट्यूट मैदान पर उतारने का फैसला मैच रेफरी करेंगे। नियम में स्पष्ट है कि जैसा खिलाड़ी चोटिल हुआ है, उससे मिलता-जुलता खिलाड़ी ही टीम में ला सकते हैं। जैसे स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज या गेंदबाज की जगह गेंदबाज।