नैनीताल – पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हिलांस वुडन आउटलैट, ऐसे मिला महिलाओं को स्वरोजगार

नैनीताल –ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने मे स्वयं सहायता समूहों का विशेष योगदान है। जिलाधिकारी सविन बंसल का भी उद्देश्य है कि ग्रामीण महिलाओं को विकास की धारा में जोड़ते हुए उनके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए ताकि वे अपने परिवार के भरण पोषण में मद्द कर सकें। प्रदेश
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नैनीताल – पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हिलांस वुडन आउटलैट, ऐसे मिला महिलाओं को स्वरोजगार

नैनीताल –ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने मे स्वयं सहायता समूहों का विशेष योगदान है। जिलाधिकारी सविन बंसल का भी उद्देश्य है कि ग्रामीण महिलाओं को विकास की धारा में जोड़ते हुए उनके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए ताकि वे अपने परिवार के भरण पोषण में मद्द कर सकें। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत की प्राथमिकता में भी स्वयं सहायता समूहों के जरिये महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर दिया जाए।

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जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में जिले में दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 12 पर्यटक स्थलों पर हिलांस वुडन आउटलैट तैयार कर लिये गये है। इन हिलांस वुडन आउटलैट को बनाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 35 लाख की धनराशि जिला योजना तथा अनटाइड फंड से उपलब्ध कराई गयी है। जिले में 12 हिलांस वुडन आउटलैट बनकर तैयार हो चुके है। जिलाधिकारी द्वारा चयनित स्थल सातताल, स्नोव्यू, मुक्तेश्वर, नौकुचियाताल, टी गार्डन श्यामखेत, सरस मार्केट हल्द्वानी, तहसील परिसर कालाढंूगी, केव गार्डन, हनुमानगढ़ी तथा सरिताताल में यह हिलांस वुडन आउटलेट बनकर तैयार हो गये हैै। इन वुडन आउटलैट का निर्माण कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा किया गया है। प्रत्येक आउटलेट के निर्माण 3.46 लाख की धनराशि व्यय हुई है।

नैनीताल – पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हिलांस वुडन आउटलैट, ऐसे मिला महिलाओं को स्वरोजगार

गौरतलब है कि इन हिलांस वुडन आउटलैट में स्वयं सहायता समूह की महिलायें अपने विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे अचार, मुरब्बा, दालें, मसाले, बडियां, हर्बल उत्पाद, रिंगाल ध्रामबांस से हस्त निर्मित टोकरियां एवं बैग, ऐपण व अन्य सामानों की ब्रिकी करेंगी। जिलाधिकारी की इस पहल से जहां महिलाओं को रोजगार मिलेगा। वही जन के स्थानीय उत्पादों को पहचान एवं बाजार मिलेगा। इस प्रकार पर्यटकों के जरिये जिले के ग्रामीण उत्पाद राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचेंंगे। ग्रामीण एवं महिला विकास में जिलाधिकारी की यह पहल निश्चय ही प्रशंसनीय है।