नैनीताल- अब सितम्बर माह में भी खाने को मिलेंगे आम, पंत विवि ने की नई प्रजाति विकसित

उत्तराखंड में फलों का उत्पादन काफी मात्रा में होता है। यहां लगभग सभी प्रकार के फलों का उत्पादन किया जाता है। बात अगर फलों के राजा आम की की जाए तो इसके भी यहां बेहत लम्बे बगीजे देखे जा सकते है। आपको बता दें कि अब फलों का राजा आम सितम्बर में भी अपना स्वाद
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नैनीताल- अब सितम्बर माह में भी खाने को मिलेंगे आम, पंत विवि ने की नई प्रजाति विकसित

उत्तराखंड में फलों का उत्पादन काफी मात्रा में होता है। यहां लगभग सभी प्रकार के फलों का उत्पादन किया जाता है। बात अगर फलों के राजा आम की की जाए तो इसके भी यहां बेहत लम्बे बगीजे देखे जा सकते है। आपको बता दें कि अब फलों का राजा आम सितम्बर में भी अपना स्वाद बढ़ायेगा। क्योकि पं. गोविंद बल्लभ पंत कृषि व प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के द्वारा आम की एक नई प्रजाति विकसित की गई है।

जो स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदाक है। इसमें शुगर की मात्रा लंगड़ा व दशहरी की अपेक्षा काफी कम है। पंत विवि के उद्यान विज्ञान विभाग के प्रो. डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान शोध केंद्र में ग्रॉफ्टिंग की गई। और करीब पांच साल बाद सितंबर में फल लगे हैं। जिसके बाद आम की विकसित पीएमएसएस-1 प्रजाति को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया है। आपको बता दें कि आम की यह नई प्रजाति सितंबर के प्रथम सप्ताह में पकती है। और इसके पेड़ भी मध्यम आकार के होते है।

आम का आकार करीबन 230 से 250 ग्राम तक होता है। इसमें शुगर की मात्रा 12.20 से 13 प्रतिशत तक है, जबकि लंगड़ा व दशहरी में करीब 20 प्रतिशत है। नई प्रजाति के इस आम में शर्करा व अम्लता की मात्रा 0.22 व 0.28 फीसद है, जो सेहत के लिए बेहद लाभदायक है। जानकारी के अनुसार फिलहाल आम की प्रजाति को नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट एंड जेनेटिक रिर्सोसेज दिल्ली में भेजा गया है। इसके बाद प्रजाति के इन पेड़ों को भौगोलिक क्षेत्रों में भी लगाया जाएगा।