नैनीताल-लॉकडाउन में गरीब वर-वधु को नहीं मिली शादी के लिए जगह, पढिय़े कैसे सिख समाज की महिला ने पेश की मिसाल

नैनीताल-लॉकडाउन के चलते शादियों में भी फर्क पड़ा है। मार्च से लेकर मई तक की कई शादियां केसिंल हो चुकी है। लोगों ने अपनी शादियों की डेट पीछे कर ली। हालांकि लॉकडाउन के बीच कई अनोखी शादियां देखने को मिली। कई लोगों ने शादी के दौरान मिसाल भी पेश की। नैनीताल में एक गरीब जोड़े
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नैनीताल-लॉकडाउन में गरीब वर-वधु को नहीं मिली शादी के लिए जगह, पढिय़े कैसे सिख समाज की महिला ने पेश की मिसाल

नैनीताल-लॉकडाउन के चलते शादियों में भी फर्क पड़ा है। मार्च से लेकर मई तक की कई शादियां केसिंल हो चुकी है। लोगों ने अपनी शादियों की डेट पीछे कर ली। हालांकि लॉकडाउन के बीच कई अनोखी शादियां देखने को मिली। कई लोगों ने शादी के दौरान मिसाल भी पेश की। नैनीताल में एक गरीब जोड़े को शादी के लिए मैरिज हाल नहीं मिला तो वर और वधु पक्ष दोनों बड़े परेशान हो गये। ऐसे में दो परिवारों के समक्ष संकट खड़ा हो गया। लेकिन कहते है ना जिसका कोई नहीं उसका भगवान होता है।

नैनीताल-लॉकडाउन में गरीब वर-वधु को नहीं मिली शादी के लिए जगह, पढिय़े कैसे सिख समाज की महिला ने पेश की मिसाल

इस बीच सिख समाज की एक महिला मदद को आगे आयी। महिला ने शादी के लिए अपना घर उपलब्ध कराया। इसके बाद कुछ समाजसेवियों ने आर्थिक योगदान दिया। जिससे विवाह संपन्न हो सका और दोनों परिवारों की खुशियां लौट आयी। पूरा मामला देहलीगांव नथुवाखान के पंकज की शादी पॉपुलर कंपाउंड मल्लीताल नैनीताल निवासी चंदन टम्टा की बेटी मीनाक्षी से तय हुई थी। दोनों परिवारों की स्थिति बेहतर नहीं थी इसलिए सादगी के साथ शादी करना तय हुई।

लॉकडाउन के चलते उन्हें शादी के लिए कोई समारोह स्थल नहीं मिला। इधर जिला प्रशासन ने मंदिर में शादी को अनुमति नहीं दी तो धार्मिक संस्थाओं ने भी हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में दोनों परिवार हताश हो गये। इसी बीच शादी न कर पाने की खबर पॉपुलर कंपाउंड निवासी सिख समाज की ललिता मैद को मिली तो उन्होंने दोनों परिवारों को अपने आवास पर शादी का आमंत्रण दिया। जिसके बाद नथुवाखान से वर समेत वर के चाचा किशन राम, भाई दिनेश पांच लोग की बरात लेकर नैनीताल पहुंचे, जहां हिदू रीति-रिवाज के साथ सादगी से शादी संपन्न हुई। कई लोगों ने आर्थिक सहयोग दिया और नवविवाहित दंपती को आर्शीवाद दिया।