नैनीताल- पहाड़ी दुर्गम इलाकों में नेट की बदहाल व्यवस्था को ऐसे लगेंगे पंख, पढ़े कुमाऊं आयुक्त का हाईस्पीड इंटरनेट प्लान
कोरोना संक्रमण से छात्र-छात्राओं को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सभी शिक्षण संस्थाऐं एवं विद्यालय तीन महिने से बन्द हैं। छात्र-छात्राओं की शिक्षा बाधित न हो, इसलिए सरकार के निर्देश पर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गयी है। ताकी लॉकडाउन के समय छात्र-छात्राऐं अपने घरों पर रहकर पढ़ाई कर सकें। इस दौरान अध्यापन का कार्य अध्यापकों द्वारा ऑनलाईन किया जा रहा है। यह बात आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल अरविन्द सिंह ह्यांकी ने समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि इस ऑनलाइन पढ़ाई में कनेक्टिविटी एवं नेटवर्क महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने दूर संचार से सम्बन्धित सभी विभाग एवं प्रतिष्ठान को नेट कनेक्टिविटी का खास ध्यान रखने के निर्देश दिये है ताकी बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत न हो सके।
इंटरनेट ना बन पाये बच्चों की शिक्षा में बाधा
कुमाऊं आयुक्त ने निर्देशित करते हुए यह भी कहा है कि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान नेट कनेक्टिविटी कमजोर होने पर विद्यार्थियों को टॉपिक समझने में दिक्कते आती हैं, ऐसी स्थिती में विद्यार्थी नेटवर्क सर्च करने में लग जाते हैं, जिससे विद्यार्थी का समय बरबाद होता है और वे अध्ययन से वंचित हो जाते हैं। उन्होंने निर्देश दिए है कि नेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में सम्बन्धित कम्पनियॉ हाई स्पीड डाटा उपलब्ध करायें ताकि नेट कनेक्टिविटी के लिए बच्चों को इधर-उधर नेटवर्क
सर्च न करना पड़े। इसके अलावा जिन क्षेत्रों में नेट की उपलब्धता नहीं है, उन क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को टेलिकॉम सेक्टरों के साथ बैठक करके इंटरनेट संबंधित सभी बाधाओं को दूर करने के निर्देश जारी किये है। इसके अलावा उन्होंने बीएसएनएल सहित सभी कम्पनियों को नियमानुसार व आवश्यकतानुसार टॉवर शेरिंग करने के भी निर्देश दिए है।