मुरादनगर श्मशान हादसा : मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी गिरफ्तार, यहां भागने की तैयारी में था
न्यूज टुडे नेटवर्क, गाजियाबाद। मुरादनगर में हुए श्मशान हादसे के मुख्य आरोपी बनाए गए ठेकेदार अजय त्यागी को देर रात पुलिस ने पकड़ लिया। वह दिल्ली से फ़लाइट पकड़ने की तैयारी में था। उस पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ रासुका लगाने की तैयारी भी पुलिस कर रही है।
बता दें कि परिजनों की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुरादनगर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन पर रविवार शाम पुलिस ने गैर इरादतन हत्या, भ्रष्टाचार लापरवाही समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर, पुलिस के मुताबिक, आरोपी हापुड़, मेरठ व मुजफफरनगर के रास्ते दिल्ली जाने की तैयारी में था। दिल्ली से फ़लाइट के जरिये वह किसी टूरिस्ट प्लेस पर भागने का प्लान बना रहा था।
ठेकेदार ब्लैक लिस्ट होगी, नुकसान की वसूली होगी
सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाने के निर्देश दिये हैं। नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से की जाएगी। उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। योगी ने डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी कर पूछा कि सितंबर में 50 लाख से ऊपर के निर्माण का भौतिक सत्यापन का स्पष्ट निर्देश दिया गया था तो चूक कहां हुई।
मृतक के परिवारों को दस-दस लाख रुपये
मृतकों के परिवारों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिनके पास आवास नहीं हैं, उन्हें आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
मृतक के बेटे ने दर्ज कराया था केस
मुरादनगर थाने में मृतक जयराम के बेटे दीपक ने केस दर्ज कराया है। इस केस में नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष और ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 427 और 409 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने टीम ने दबिश देकर ठेकेदार अजय त्यागी को छोड़कर अन्य तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
अब तक 25 लोगों की मौत
दरअसल, गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित श्मशान घाट पर कस्बे के फल कारोबारी जयराम (65) का रविवार दोपहर में अंतिम संस्कार किया जा रहा था। अंतिम संस्कार के दौरान सभी लोग गेट से सटी गैलरी में खड़े थे। इसी दौरान गैलरी की छत गिरने से कई लोग दब गए थे। इनमें 25 की मौत हो गई, 17 घायल हैं। ये सभी बारिश से बचने के लिए छत के नीचे खड़े थे। जिस शख्स का दाह संस्कार चल रहा था, हादसे में उनके एक बेटे की भी मौत हुई थी।