बरेली कॉलेज में चल रहा था आंदोलन, ढपली लेकर पहुंचे इस संस्था के लोग और बजने लगे गाने

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली कॉलेज को राज्य/केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर कॉलेज के 162 अस्थायी कर्मी धरने पर बैठे हैं। गुरुवार को कर्मचारी कल्याण सेवा समिति बरेली कॉलेज के बैनर तले बेमियादी आंदोलन 17वें दिन भी जारी रहा। आंदोलन को कई संगठनों का समर्थन मिल रहा है। गुरुवार को प्रगतिशील सांस्कृतिक मंच के
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बरेली कॉलेज में चल रहा था आंदोलन, ढपली लेकर पहुंचे इस संस्था के लोग और बजने लगे गाने

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली कॉलेज को राज्य/केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर कॉलेज के 162 अस्थायी कर्मी धरने पर बैठे हैं। गुरुवार को कर्मचारी कल्याण सेवा समिति बरेली कॉलेज के बैनर तले बेमियादी आंदोलन 17वें दिन भी जारी रहा। आंदोलन को कई संगठनों का समर्थन मिल रहा है। गुरुवार को प्रगतिशील सांस्कृतिक मंच के कंचन लाल के साथ आये साथियों ने ले मशालें चल दिये लोग मेरे गांव के गीत ढपली और मंजीरे के साथ गाकर आंदोलन में जान फूंकी।

वीर शक्ति युवा सेवा समिति के अध्यक्ष राजा सेठ के नेतृत्व में दर्जन भर युवाओं ने धरने पर बैठकर समर्थन दिया। राजा सेठ ने और कंचन लाल ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा से पंडित त्रिभुवन शर्मा, महेश पाठक, गजेंद्र पांडेय ने सभा को सम्बोधित कर समर्थन दिया।

बरेली कॉलेज के स्थायी कर्मचारी भी आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। संजय सिंह, केपी सिंह, राकेश, राकेश राजपूत, शिवचरण आदि साथी भी धरने पर बैठे। आम आदमी पार्टी के दो दर्जन कार्यकर्ता पहुंचे जिनमें महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। आम आदमी पार्टी की कृष्णा भारद्वाज ने भी धरने को संबोधित कर पूर्ण समर्थन का वादा किया। जितेंद्र मिश्रा ने धरने की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह दोनों मांगें बहुत ही जायज हैं। सचिव हरीश मौर्य ने कहा कि यह आंदोलन बरेली के जनप्रतिनिधियों के द्वारा उपेक्षा के कारण पनप रहा है। हम उनके घरों पर भी जल्दी ही धरना देंगे।

23 जनवरी को कॉलेज से नगर निगम तक मशाल जुलूस

23 जनवरी को बरेली कॉलेज से नगर निगम होते हुए एक मशाल जुलूस निकालेंगे जो कि अम्बेडकर पार्क कोतवाली पर सभा के बाद समाप्त होगा। 25 तारीख को नगर विधायक के घर पर प्रदर्शन करेंगे। गुरुवार को राजाराम, बलि अहमद, हरे राम, दयाशंकर, देवबती, बच्ची देवी, नीता कोहली, रामपाल, जय प्रकाश पाठक, राजीव, राजेश, राजकुमार, वंश गोपाल शर्मा, नानकचंद, मुकेश, दीपक, संजीव पटेल, चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री, दोदराम, चन्द्रसेन, रामबहादुर, गंगाप्रसाद, आदि कर्मचारी मौजूद रहे।