हल्द्वानी- दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में हुआ “Mixology session”, छात्रों को ऐसे पहुंचा फायदा

Drishti Institute Of Hotel Management, टूरिज़्म और कार्पोरेट के लगातार बढ़ने से होटल मैनेजमेंट के डिग्रीधारी लोगों की मांग में भी इज़ाफा हुआ है। हल्द्वानी में दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में उनका भविष्य सवारने का एक अच्छा प्लैट फार्म प्रदान कर रहा है। जिसके लिए वह छात्रों को प्रैक्टिकली भी
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हल्द्वानी- दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में हुआ “Mixology session”, छात्रों को ऐसे पहुंचा फायदा

Drishti Institute Of Hotel Management, टूरिज़्म और कार्पोरेट के लगातार बढ़ने से होटल मैनेजमेंट के डिग्रीधारी लोगों की मांग में भी इज़ाफा हुआ है। हल्द्वानी में दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में उनका भविष्य सवारने का एक अच्छा प्लैट फार्म प्रदान कर रहा है। जिसके लिए वह छात्रों को प्रैक्टिकली भी तैयार कर रहा है।

हल्द्वानी- दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में हुआ “Mixology session”, छात्रों को ऐसे पहुंचा फायदा

दृष्टि इंस्टिट्यूट अपने छात्रों को किताबी जानकारी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज की भी भरपूर ट्रेनिंग प्रदान करता है। इसी के चलते 14 अक्टूबर को दृष्टि इंस्टिट्यूट में “Mixology session” का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने तरह-तरह की ड्रिंग्स को तैयार कर पेश भी किया। साथ ही इस क्षेत्र में मुकाम कैसे हासिल किया जाए। इसकी भी जानकारी वहा मौजूद प्रोफेशनल लोगो से प्राप्त की।

होटल मैनेजमेंट में प्रैक्टिकल नॉलेज जरुरी

बता दें कि होटल मैनेजमेंट के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज बेहद ज़रूरी है। इसलिए स्‍टूडेंट अपनी स्‍टडी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए ट्रेनिंग लेते हैं। ट्रेनिंग में अच्‍छा परफॉर्मेंस जॉब दिलाने में भी मददगार होता है। प्रैक्टिकल के दौरान तमाम तरह के काम की बारीकियों से रूबरू होने का मौका भी मिलता है। होटल मैनजमेंट में ऑन द जॉब ट्रेनिंग बहुत मायने रखती है।

हल्द्वानी- दृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में हुआ “Mixology session”, छात्रों को ऐसे पहुंचा फायदा

होटल मैनेजमेंट के लिए थ्योरी, प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ-साथ आकर्षक व्यक्तित्व होना भी ज़रूरी है। कॉम्पिटिशन के दौर में कस्टमर के लिए नए तौर तरीके अपनाए जा रहे हैं। ऐसे में होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्‍स को आधुनिक ज्ञान के साथ अलग-अलग देशों की कल्चरल स्टडी भी होनी चाहिए।