Mission Admissionअच्छे कॅरियर के लिए कैसे चुनें बेस्ट कॉलेज, किन बातों का रखें ध्यान, जानने के लिए पढ़ें यह खबर
- न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेलीइंटरमीडिएट के बाद एक अच्छा सा कॉलेज और फिर शानदार कॅरियर। हर युवा का शायद यही सपना होता है। हर युवा अपने कॅरियर के साथ कॉलेज को लेकर भी सपने देखता है। कॉलेज ऐसा हो जिसका मकसद केवल आपसे पैसे लेकर आपको डिग्री देना न हो। कॉलेज आपको डिग्री के साथ भरोसा, आत्मविश्वास बुलंदियों तक पहुंचने का जोश भी दे। आइए हम आपको बताते हैं कॉलेज चुनते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।1.अनुशासन: कॉलेज में डिस्पिलिन यानी अनुशासन होना अनिवार्य है, क्योंकि बिना डिस्पिलिन के बेहतर पढा़ई हो पाना असम्भव है। टाइम पर आना, फुल यूनिफॉर्म में आना बेहद जरूरी है। कालेज में मोबाइल लाना मना हो, जिससे आपका ध्यान न भटके। याद रखें, जितने अनुशासित रहेंगे, उतने ही सफल होंगे।
2.अटेंडेंस : कॉलेज में अटेंडेंस बायोमेट्रिक होनी चाहिये साथ ही आप के द्वारा बायोमेट्रिक अटेंडेंस न लगाने पर आप के गार्जियन के मोबाइल पर मैसेज चला जाये कि आप कालेज मे प्रजेन्ट हो गये हैं। ऐसा होने से आप और आपके गार्जियन दोनों सेफ फील करते हैं। अभिभावक आपको लेकर निश्चिंत भी रहते हैं। हर छात्र के लिए कम से कम 80 फीसदी अटेंडेंस अनिवार्य होनी चाहिए।
3.स्कॅालरशिप: कालेज में अलग-अलग वर्गों के छात्र-छात्राएं एडमिशन लेने आते हैं। ऐसे में स्कॉलरशिप बेहद अहम है। अगर कालेज 80 फीसदी अटेंडेंस पर स्कॉलरशिप दे तो फिर कहना ही क्या। यानी आप भरपूर पढ़ाई भी कीजिए और स्कॉलरशिप भी पाइए। सबसे अहम बात यह है कि अगर आप कालेज में अधिक से अधिक दिन उपस्थित रहते हैं तो आपको जॉब मिलने से कोई नहीं रोक सकता।
4.इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेज: कॉलेज में पहले दिन से एक लेक्चर प्रतिदिन इंगलिश स्पींकंग का होना चाहिये। क्योंकि, आज के दौर में जॉब पाने के लिये इंगलिश जानना और बोलना दोनो जरूरी हैं। इंगलिश का एक लेक्चर प्रतिदिन होने पर स्टूडेंट छह महीने में ही फ्लोऐन्सी के साथ इंगलिश बोलने लगते हैं। कहीं भी जॉब पाने के लिये आपको इन्टरव्यू फेस करना होता है। इन्टरव्यू इंगलिश में ही होता है। इसलिये, कालेज में इंगलिश स्पीकिंग पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये।
5.लाइब्रेरी क्लासेज: पढाई के साथ-साथ हमें देश दुनिया की जानकारी भी होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि हम कोर्स की किताबों के साथ अच्छे अखबार और मैगजीन भी पढ़ें। इसके लिए कालेज में रोजाना एक लाइब्रेरी क्लास होनी भी जरूरी है। लाइब्रेरी क्लास आका आत्मविश्वास बढ़ाती है। एक तरह से यह कॉलेज में पहले ही दिन से आपके जॉब इंटरव्यू की तैयारी भी होती है।
6.इन्टरव्यू क्लासेज : लास्ट सेमेस्टर के आरम्भ में छात्र-छात्राओ को इन्टरव्यू की एक महीने की स्पेशल क्लासेज दी जाती हों। जिसमें 15 दिन एक्सपर्ट द्वारा इन्टरव्यू की क्लासेज लगवायी जायें। छात्र को साक्षात्कार के समय किस तरह इन्टरव्यू कमेटी के समक्ष स्वंय को प्रस्तुत करना है, भाषा शैली कैसी होनी चाहिये, वार्ता का क्रम क्या होना चाहिये, कक्ष में प्रवेश करते समय हमारे शरीर की प्रक्रिया कैसी होनी चाहिये व फेशियल ऐक्सप्रेशन कैसे होने चाहिये आदि का प्रशिक्षण संस्थान में दिया जाना चाहिये। प्रशिक्षण दिलवाने के बाद मॉक इन्टरव्यू कराया जाना चाहिये, इस इन्टरव्यू की वीडियो रिकॉडिंग करायी जानी चाहिये। इसके बाद एक्सपर्ट द्वारा वीडियो रिकॉडिंग में से स्टूडेंट की कमियां देखी जानी चाहिये और उन कमियां को एक्सपर्ट द्वारा अगले 15 दिनों में रिमूव कराया जाना चाहिये। इसके बाद जॉब इंटरव्यू होना चाहिए। जिससे स्टूडेंट का आसानी से सेलेक्शन हो सके।
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7-जी0डी0, पी0डी0, ग्रूमिंग: कॉलेज में ग्रुप डिस्कसन, पर्सनालिटी डेवलेपमेंट एंव ग्रूमिंग की क्लासेज भी दी जानी चाहिये। जिनका इन्टरव्यू के समय पर विशेष महत्व रहता है। जीडी, पीडी और ग्रूमिंग क्लासेज आपके अंदर की हिचक खत्म करके आपमें आत्मविश्वास पैदा करती हैं। जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए आत्मविश्वास सबसे अहम है।
8.जॉब रिकॉर्ड : कालेज का जॉब दिलाने का रिकार्ड क्या है, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। परन्तु इस के साथ यह भी ध्यान देने लायक बात है कि हम हर किसी की बात न मान लें। कालेज जाकर रिकार्ड देखने चाहिये और उन स्टूडेन्ट से बात करनी चाहिये, कालेज जिन के बारे में दावा करता है कि उन छात्रों की जॉब कालेज ने लगवाई है। बहुत से छात्र-छात्राएं कॉलेज नहीं आते और बाद में नौकरी न मिलने का रोना रोते हैं। उनका सच जानने के लिए भी एक बार कॉलेज कैंपस में जाना जरूरी होता है।
9.एफिलिएशन: कालेज का एफिलिएशन किसी युर्निवसिटी, सरकारी संस्थान चाहे वो नेशनल हो या इंटरनेशनल से अनवार्य रूप से होना चाहिये। क्योंकि डिपलोमा या डिग्री आपके लिये प्लेटर्फाम का काम करते है। एडमिशन लेने से पहले आप एफिलिएशन जरूर चेक कर लें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो धोखे के शिकार हो सकते हैं।
10.ओ.जी.टी.: स्टुडेंटस को ऑन जॉब ट्रेनिंग कराने की पूरी जिम्मेदारी कालेज की होनी चाहिये। सामान्यतया कालेज स्टूडेंट को ट्रेनिंग करके आने के लिये लेटर दे देते हैं जो गलत है। कालेज ऐसा हो जो स्टूडेंट के एडमिशन से लेकर जॉब तक उसका साथ दे। जिससे छात्र खुद को साबित कर सकें। अगर आप कॉलेज के चयन में इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
11-अच्छी फैकल्टी: गुरू से ही अच्छा ज्ञान मिल सकता है। इसलिए एडमिशन के बाद कॉलेज की फैकल्टी के बारे में भी जरूर जान लें। फैकल्टी जितनी अच्छी होगी, आप उतनी ही तेजी से सीखेंगे।
12-कॉलेज कैंपस: पढाई के बेहतर माहौल के लिए कॉलेज कैंपस भी सबसे अहम है। हरा भरा और शांतिपूर्ण कैंपस आपको कंसेट्रेट करने में मदद करता है और आप आसानी से सीखने लगते हैं। एडमिशन से पहले एक बार अपना कॉलेज कैंपस जरूर विजिट कर लें। बात चाहे अत्याधुनिक लैब, विशाल कंप्यूटर सेंटर, लाइब्रेरी या फिर खेलकूद की सुविधाओं की हो इनका असर आपकी पढ़ाई के अनुभव पर भी पड़ता है। इसलिए एडमिशन से पहले इनके बारे में भी जानकारी कर लेना बेहतर रहता है।
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यह बातें भी जरूर रखें ध्यान
पहले अपने इंट्रेस्ट के बारे में जानें- कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले एक बात को लेकर सुनिश्चित हो जाएं कि आपको भविष्य में आखिर करना क्या है? आप किस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं और क्या बनना चाहते हैं? जब आप अपने करियर के चयन के लिए सुनिश्चित हो जाते हैं तो उसके बाद ही कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया का शुरू करें.
कोर्स का स्कोप जान लें- अगर आपने कोर्स के बारे में सोच लिया है तो आपको यह जानना जरूरी है कि इस फील्ड में जॉब या करियर ऑप्शन क्या है. उस क्षेत्र में नौकरियां मिल रही है या नहीं. बता दें कि बदलते परिवेश की वजह से कई नौकरियां खत्म हो रही है तो कई नौकरियां बाजार में आ रही है. इसलिए मार्केट में अच्छे से रिसर्च कर लें और अपना इरादा पक्का करें.