मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम के जरिए फ्यूचर फोरम देगा 40 बच्चो को नीट यूजी के लिए फ्री कोचिंग

नेल्सन मंडेला ने कहा था कि शिक्षा ही वह सबसे ताकतवर हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं। क्वालिटी एजुकेशन ही वो तरीका है जिससे समाज के अंदर व्याप्त अंतर को दूर किया जा सकता है। अब निराश होने की जरूरत नहीं अगर आप डॉक्टर बनने का सपना देख
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मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम के जरिए फ्यूचर फोरम देगा 40 बच्चो को नीट यूजी के लिए फ्री कोचिंग

नेल्सन मंडेला ने कहा था कि शिक्षा ही वह सबसे ताकतवर हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं। क्वालिटी एजुकेशन ही वो तरीका है जिससे समाज के अंदर व्याप्त अंतर को दूर किया जा सकता है।

अब निराश होने की जरूरत नहीं

अगर आप डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं तो आपको नीट यूजी जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा से गुजरना होता है। इस परीक्षा के स्तर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1500000 आवेदनों में लगभग 60000 विद्यार्थियों को ही सफलता मिल पाती है। कहीं न कहीं इसी वजह से इस परीक्षा में सफल होने के लिए अच्छे मार्गदर्शन या कोचिंग की जरूरत होती ही हैं। लेकिन अगर आप आर्थिक स्थिति की वजह से महंगी कोचिंग का खर्चा वहन नहीं कर सकते तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं हैं।

मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम के जरिए फ्यूचर फोरम देगा 40 बच्चो को नीट यूजी के लिए फ्री कोचिंग

विद्यार्थियों को दी जाएगी फ्री कोचिंग

इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित संस्थान फ्यूचर फोरम के द्वारा मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम के जरिए ऐसे 40 विद्यार्थियों को नीट यूजी के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी। विद्यार्थियों का चयन लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के माध्यम से किया जायेगा जिसमे कम आय वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जायेगी।

इस वेबसाइट या हेल्पलाइन पर ली जा सकती है जानकारी

मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम में वो सारे विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं जो नीट यूजी-2021 परीक्षा देने के लिए आहर्ता रखते हैं यानी कि जो विद्यार्थी 2020 में या उससे पहले 12वी की बोर्ड परीक्षा दे चुके हैं या अगले साल बोर्ड की परीक्षा देंगे। मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम में आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 मार्च हैं। पूरी जानकारी फ्यूचर फोरम की वेबसाइट www.futreforum.co.in या हेल्पलाइन नंबर 8755149125 से ली जा सकती हैं।

क्या कहते हैं इंस्टीट्यूट के निदेशक

इंस्टीट्यूट के निदेशक दिनेश यादव व दिलीप यादव ने बताया कि मेड स्कॉलर्स प्रोग्राम के जरिए उन बच्चो को लाभान्वित करने की कोशिश की जा रही है, जो संसाधनों के आभाव में या आर्थिक स्थिति के चलते नीट यूजी की तैयारी नहीं कर पाने की वजह से काबिल होने के बावजूद भी डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते हैं।