नई दिल्ली- नहीं रहे मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर के कोच, इन बीमारियों के चलते हुआ निधन

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: क्रिकेट जगत को सचिन तेंदुलकर जैसा खिलाड़ी देने वाले मशहूर कोच रमाकांत आचरेकर अब इस दुनिया में नहीं रहे। 87 की उम्र में बुधवार को उनका निधन हो गया। जानकारी अनुसार पिछले कुछ दिनों से वह बढ़ती उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे। बता दें आचरेकर ने अपने
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नई दिल्ली- नहीं रहे मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर के कोच, इन बीमारियों के चलते हुआ निधन

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: क्रिकेट जगत को सचिन तेंदुलकर जैसा खिलाड़ी देने वाले मशहूर कोच रमाकांत आचरेकर अब इस दुनिया में नहीं रहे। 87 की उम्र में बुधवार को उनका निधन हो गया। जानकारी अनुसार पिछले कुछ दिनों से वह बढ़ती उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे। बता दें आचरेकर ने अपने कैरियर में सिर्फ एक प्रथम श्रेणी मैच खेला लेकिन उन्हें सर डॉन ब्रेडमैन के बाद दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेटर तेंदुलकर को तलाशने और तराशने का श्रेय जाता है। क्रिकेट को अलविदा कह चुके तेंदुलकर के नाम बल्लेबाजी के लगभग सारे रिकार्ड है। उन्होंने टेस्ट में सर्वाधिक 15921 और वनडे में सबसे ज्यादा 18426 रन बनाये हैं।

इन खिलाड़ियों को भी दी कोचिंग

आचरेकर उनके बचपन के कोच थे और तेंदुलकर ने अपने कैरियर में उनकी भूमिका का हमेशा उल्लेख किया है। आचरेकर यहां शिवाजी पार्क में उन्हें क्रिकेट सिखाते थे। तेंदुलकर ने पिछले साल एक कार्यक्रम में अपने कैरियर में आचरेकर के योगदान के बारे में कहा था।

नई दिल्ली- नहीं रहे मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर के कोच, इन बीमारियों के चलते हुआ निधन

‘सर मुझे कभी ‘वेल प्लेड’ नहीं कहते थे लेकिन मुझे पता चल जाता था जब मैं मैदान पर अच्छा खेलता था तो सर मुझे भेलपुरी या पानीपुरी खिलाते थे। आचरेकर को 2010 में पद्मश्री से नवाजा गया था। तेंदुलकर के अलावा वह विनोद कांबली, प्रवीण आम्रे, समीर दिघे और बलविंदर सिंह संधू के भी कोच रहे थे।