बरेली- जब भारतीय जेल में कैद था अजहर मसूद, जाने पूर्व एयर मार्शल आशोक गोयल की आंखो देखी दास्तान

बरेली- न्यूज टुडे नेटवर्क: बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान की सीमा पार करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी संगठन के ठिकानो को तबाह करने की कार्यवाही की प्रशंसा पूरा देश कर रहा है। हर देश वासी भारतीय सेना की इस एयर स्ट्राईक को सर्जिकल स्ट्राईक-2 का नाम दे रहा है। भारतीय जवानों की इस दिलेरी की
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बरेली- जब भारतीय जेल में कैद था अजहर मसूद, जाने पूर्व एयर मार्शल आशोक गोयल की आंखो देखी दास्तान

बरेली- न्यूज टुडे नेटवर्क: बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान की सीमा पार करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी संगठन के ठिकानो को तबाह करने की कार्यवाही की प्रशंसा पूरा देश कर रहा है। हर देश वासी भारतीय सेना की इस एयर स्ट्राईक को सर्जिकल स्ट्राईक-2 का नाम दे रहा है। भारतीय जवानों की इस दिलेरी की भारतीय एयर फोर्स के पूर्व एयर मार्शल अशोक गोयल ने भी सराहना की है। बता दें कि अशोक गोयल कंधार विमान हाईजेक के बाद अजहर मसूग को रिहा करने के मिशन में साथ रहे थे। इतना ही नहीं जिस हवाई जहाज से आंतकी मसूद अजहर को उस वक्त के विदेश मंत्री जसवंत सिंह को सौपने ले जाया जा रहा था। उस विमान में मार्शल गोयल भी मौजूद थे।

उस वक्त इस हाल में था मसूद अजहर

आतंकी अजहर मसूद के बारे में एयर मार्शल बताते हैं कि जब वे उसको छोड़ने गए थे तो वो बेहद ही डरा हुआ था। आज भारत की इस एयर स्ट्राईक के बाद न केवल अजहर मसूद बल्कि पूरा पाकिस्तान डरा हुआ होगा। बालाकोट में एयर स्ट्राईक को सुबह साढ़े तीन बजे दिया गया था। पूर्व एयर मार्शल के अनुसार सुबह अंधेरे में इस अभियान को अंजाम देने के लिए विमानों ने बहुत निचे तक उड़ान भरी होगी जो बेहद जोखिम भरा होता है, मगर पराक्रमी वायु सेना ने इस अभियान को अंजाम देकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि ये 1971 की जंग के बाद यह पहली बार है जब हमारे भारतीय वायुसेना ने एलओसी को पार कर किसी मिशन को अंजाम दिया है।

5 साल भारतीय जेल में कैद रहा अजहर मसूद

मार्शल आशोक गोयल ने बताया कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का प्रमूख अजहर मसूद वर्ष 1994 से 1999 तक भारतीय जेलों में कैद था। जिसके बाद 24 दिसंबर 1999 में आईसी -814 जहाज हाईजैक होने के बाद इसकी रिहाई की मांग आतंकी संगठन द्वारा की गई थी। उन्होंने बताया कि आंतकी जाहज को हाईजैक करके कंधार ले गए थे। जहां से उन्होंने बहुत के आंतकियों को रिहा करने की मांग सरकार से की थी। इन आंतियों में अजहर मसूद भी शामिल था।