योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, बलदेव सिंह सिरसा और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं को लुकआउट नोटिस
न्यूज टुडे नेटवर्क। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर जिम्मेदार नेताओं को पुलिस ने कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिनों में उनसे जवाब मांगा है। किसान नेताओं को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। अब बिना इजाजत किसान नेता देश छोड़कर विदेश नहीं जा सकेंगे, उनके पासपोर्ट जब्त किए जाने की कार्रवाई भी की जाएगी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कुल 37 किसान नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है जिनमें से 20 किसान नेताओं को लुकआउट नोटिस दिया गया है।
घटना के बाद किसान नेता युद्धवीर सिंह ने दिल्ली हिंसा पर माफी मांगते हुए कहा कि राष्ट्रीय पर्व के दिन जो कुछ राजधानी में हुआ वह बेहद शर्मनाक घटना है। इससे पूरे विश्व में भारत की गरिमा को ठेस पहुंची है। युद्धवीर ने कहा जो उपद्रवी लालकिले में घुसे उनमें हमारे लोग नहीं थे। मैं फिर भी इस घटना शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं। जिस समय यह घटना हुई मैं गाजीपुर बार्डर पर था। युद्धवीर ने कहा कि 30 जनवरी को उपवास रखकर हम इस कृत्य का प्रायश्चित करेंगे।
तीन दिन में मांगा जवाब
एक्शन में आई दिल्ली पुलिस ने देर रात 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर पूछा कि क्यों न आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, 3 दिन में इसका जवाब दें। जिन नेताओं को नोटिस दिए गए हैं उनमें से 4 के नाम अभी तक सामने आए हैं। ये नेता हैं योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, बलदेव सिंह सिरसा और बलबीर सिंह राजेवाल। पुलिस ने जो नोटिस भेजा है उसमें यह भी कहा है कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में तोड़फोड़ करना एक देश विरोधी हरकत है।