Lockdown: लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शुरू की गई ये व्यवस्‍था

बरेली: सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) को रोकने के लिए लगभग पूरे देश में लॉक डाउन (Lock Down) जारी किया है। जिसकी वजह से कारोबार से लेकर शिक्षा व्यवस्था तक पूरी तरह प्रभावित है। इसी के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए एसआर इंटरनेशनल स्कूल और डीपीएस ने अनोखी पहल शुरू
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Lockdown: लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शुरू की गई ये व्यवस्‍था

बरेली: सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) को रोकने के लिए लगभग पूरे देश में लॉक डाउन (Lock Down) जारी किया है। जिसकी वजह से कारोबार से लेकर शिक्षा व्यवस्था तक पूरी तरह प्रभावित है। इसी के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए एसआर इंटरनेशनल स्कूल और डीपीएस ने अनोखी पहल शुरू की है। इन स्कूलों की तरफ से बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए शिक्षकों ने ऑनलाइन क्लास (Online class) शुरू की है। अभी ये ऑनलाइन क्लास 31 मार्च तक चलेंगे।
Lockdown: लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शुरू की गई ये व्यवस्‍थाडीपीएस (DPS) के प्रधानाचार्य वीके मिश्र ने लाइव बातचीत के जरिए अभिभावकों और बच्चों से अपील की कि वह लॉक टाउन के दौरान सभी निर्देशों का पालन करें। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डीपीएस का नया सत्र 4 अप्रैल से शुरू किया जाएगा इससे पहले बच्चों को ऑनलाइन माध्यम के जरिए घर पर ही क्लास देने की कोशिश की जा रही है।

उन्होंने जानकारी दी है कि शिक्षक अपने घर से ही ऑनलाइन कंटेंट (Online content) बना रहे हैं। जिसके जरिए बच्चों को ऑनलाइन क्रिएटिव वर्क शॉप (Online creative work shop) देने की तैयारी है। शिक्षक अपने घर से ही 6 से 8 घंटे कार्य कर रहे हैं।

छात्रों के संपर्क में है शिक्षक 
एसआर इंटरनेशनल स्कूल (SR International School) की एमडी रोमा गोयल ने बताया कि शिक्षक अलग-अलग कक्षाओं को ऑनलाइन लेक्चर (Online lecture) दे रहे हैं। इन लेक्चर का वीडियो (Videos) सभी छात्रों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी कक्षा अध्यापक अपनी कक्षा के बच्चों से प्रतिदिन उचित माध्‍यम से संपर्क करते हैं।

ऑनलाइन फॉर्म के जरिए ले जा रही जानकारी
डीपीएस की ओर से सभी अभिभावकों से ऑनलाइन फॉर्म (online form) भरवाकर यह जानकारी ली जा रही है कि अभिभावकों पास लैपटॉप, कंप्यूटर और प्रिंटर है या नहीं। क्या वे अपने बच्चों को ऑनलाइन क्लास करवाने में सक्षम हैं। इसके साथ ही उन्हें स्कूल की वेबसाइट (Website) पर विजिट कर ई केयर एप्लीकेशन (E care application) डाउनलोड करने के बारे में कहा जा रहा है। ताकि स्कूल नहीं जाने की स्थिति में बच्चों के रचनात्मक कार्य और पढ़ाई जारी रहें।