कविता – भारत मेरी आन है
उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
Aug 13, 2020, 12:51 IST
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उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत जवाहर नवोदय विद्यालय टिहरी गढ़वाल के छात्र नितेश चौहान की शानदार कविता पढ़िए-
भारत मेरा प्यारा वतन,
सभी देशों से न्यारा वतन।
भारत मेरी आन है,
भारत मेरी शान है।
हिन्दू- मुस्लिम भाई- भाई,
साथ रहते सिक्ख- ईसाई।
इसकी हर बात निराली है,
इसकी हर सौगात निराली है।
भारत के वीरों की गाथा सुनकर,
आती एक नई उमंग है।
जिस मिट्टी में जन्म लिया,
उसका कर्ज चुकाना अभी बाकी है।
भारत मेरा प्यारा वतन,
सभी देशों से न्यारा वतन।