हल्द्वानी-ऑरम द ग्लोबल स्कूल में साहित्य सम्मेलन, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

Haldwani News-शहर के सुप्रतिष्ठित ऑरम द ग्लोबल स्कूल के विशाल प्रांगण में 25 और 26 जनवरी को साहित्य सम्मेलन का आयोजन बड़ी धूम-धाम से किया गया। यह एक अद़भूत सम्मेलन था, जिस में हल्द्ववानी शहर तथा आस-पास के नगरों के लगभग 25 विद्यालयों ने भाग लिया। उत्सव का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्रिया-कलापों एवं कार्यशालाओं के
 | 
हल्द्वानी-ऑरम द ग्लोबल स्कूल में साहित्य सम्मेलन, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

Haldwani News-शहर के सुप्रतिष्ठित ऑरम द ग्लोबल स्कूल के विशाल प्रांगण में 25 और 26 जनवरी को साहित्य सम्मेलन का आयोजन बड़ी धूम-धाम से किया गया। यह एक अद़भूत सम्मेलन था, जिस में हल्द्ववानी शहर तथा आस-पास के नगरों के लगभग 25 विद्यालयों ने भाग लिया। उत्सव का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्रिया-कलापों एवं कार्यशालाओं के माध्यम से अभिभावकों तथा छात्रों में स्वाध्याय एवं साहित्य के प्रति रूचि एवं सृजनात्मकता का विकास करना था। आज कल छात्रों में साहित्य के प्रति बढ़ती उदासीनता एवं रूचि अनुसार विषय सामग्री में चयन की दिशा में यह सम्मेलन महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ हिन्दी एवं अग्रेजी साहित्य जगत के सुप्रतिष्ठित लेखकों और कवियों द्वारा किया गया। पारंपरिक दीप प्रज्जवलन एवं गणेश वन्दना के उपरान्त सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा विद्यालय के छात्रों ने समा बांध दिया। सम्मेलन में आमंत्रित साहित्य एवं कला जगत के सुप्रसिद्ध पुरातत्वाविद, चित्रकार, जल संरक्षक पद्मश्री यशोधर मठपाल ने अपने मार्गदर्शन द्वारा श्रोताओं को लाभान्वित किया। मठपाल जी गुफाओं की कलाकृतियों के गहन अध्ययन एवं चित्रकारी के लिए विशेष रूप से जाने जाते है।

हल्द्वानी-ऑरम द ग्लोबल स्कूल में साहित्य सम्मेलन, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

कार्यक्रम का मुख्य केन्द्र बिन्दु 11 वर्षीय लेखक धु्रवादित्य तिवारी रहे। इन्हें विश्व के सबसे कम आयु के लेखक होने का गौरव प्राप्त है। मात्र आठ वर्ष की आयु में ‘द हाइडिग‘ पुस्तक लिख समस्त विश्व को अचंभित कर दिया। सम्मेलन में आमंत्रित व्यवसाय से कंप्यूटर इंजीनियर वेनू जी जोशी ने पुणे से शिक्षा पूर्ण कर आईएसआई लैम्ब्रेज स्कूल, टाकाडानोबाबा (टोक्यो) जापान से जापानी भाषा में शिक्षा प्राप्त की है। इनकी पहली पुस्तक सीरीज ‘द फारबिडन गाइड‘ द डाईकरोनि कल्ज है। सुप्रसिद्ध लेखिका, कवियत्री राजुल तिवारी भी किसी परिचय की मोहताज नहीं। वे आथर प्राइड पब्लिशर (भारत) संस्था की प्रबन्धन संपादक है। इन्हें अपनी पुस्तक ‘द स्टोरी आफ परमवीर चक्र वॉर हीरोज ऑफ इंडिया‘‘ के लिए 2002 और 2004 में ‘एडीटर चायस‘ पुरस्कार से दो बार सम्मानित किया जा चुका है।

हल्द्वानी-ऑरम द ग्लोबल स्कूल में साहित्य सम्मेलन, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

कुमाऊंं विश्वविद्यालय के कुलपति एवं हिन्दी के सेवानिवृत प्राध्यापक डॉ. लक्ष्मण सिंह विष्ट (बटरोही) जिन्होंने 36 वर्षो तक भारत के विश्व विद्यालय में एवं तीन वर्ष ‘‘इटोवास विश्वविद्यालय बुडापॅस्ट (हंगरी) में अध्यापन किया, अपने विचारों एवं अनुभवों से श्रोताओं को लाभान्वित किया। इन्होंनें महादेवी वर्मा सृजन पीठ नैनीताल में भी डायरेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। सभी ने रोचक फन गेम्स‘ का भरपूर आनन्द उठाया। इसके अलावा प्रतियोगिताओं में 7 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बच्चों ने भाग लिया। पोस्टकार्ड डिजाइनिंग, विज्ञापन विज्ञान जैसी प्रतिस्पर्धाओं में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया। वहीं अपनी संस्कृति से जोडे रखने का सभी प्रयास सफल रहा। बच्चों ने दोहा, श्लोक गायन द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया। विभिन्न स्कूलों बीएलएम एकेडमी, कॉनफ्ल्यूऐंश, सिथिया, दिक्षांत, डॉन बास्को, गुरूकुल, इंसप्रेशन, निर्मला, सरस्वती, स्कॉलर एकेडमी, सर्वसंस्कृति नैनीवैली, व्हाइटहाल, जसगोबिन, जयअरिहन्त आदि से आये प्रतिभागियों ने अनेक कला का शानदार प्रर्दशन कर कार्यक्रमों में खूब वाहवाही लूटी।

हल्द्वानी-ऑरम द ग्लोबल स्कूल में साहित्य सम्मेलन, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता में आईएफएस ऑफिसर संजीव चतुर्वेदी भारतीय वन एवं पर्यावरण अनुसंधान संस्थान, हल्द्वानी, प्रो. अजय सिंह रावत चेयरमैन अन्तराष्ट्रीय वन अनुसंधान संगठन हिमालयन कुमाऊं, रोहिणी विज चीफ क्रीएटिव आफिसर आफ नट स्पेस इडिटेक प्रालि., केविन मिशेल पूर्णकालिक लेखक, यशोधर मठपाल फाइन आर्टस में स्नातकोत्तर उपाधिधारक आदि लोगों ने अपने अनुभवों से छात्रों का ज्ञानवर्धन किया। अन्य प्रतियोगिताएं जैसे फेस पेंटिंग, वन एक्ट प्ले, ऑन द स्पॉट दिए गए विषय पर एक मिनट के समय में अपने विचार रखना, ऑन द स्पॉट काव्य रचना कर लयबद्ध गायन द्वारा प्रस्तुति में भी बच्चों को उत्साह देखते ही बनता था। अभिभावक-छात्र प्रतिस्पर्धा ‘नॉन फायर कुकिंग‘ में भी लोगों ने अपनी पाक कला के जौहर दिखाए, एमबीडैक्सटेरिटी (दोनों हाथों से एक साथ लिखने की कला), हिन्दी कविता, अग्रेजी कला, विज्ञान सीखने की कला जैसी प्रतियोगिता में बच्चों ने खूब बढ़-चढक़र भाग लिया।

विद्यालयों द्वारा नुक्कड नाटक प्रतियोगिता ने लोगों को खूब आकर्षित किया। शेक्पीयर आधारित वन एक्ट प्ले में बच्चों ने माता-पिता के साथ अभिनय कला का प्रदर्शन किया। आधुनिक उभरती कला कैलिग्राफी, कॉमेडी शो जैसी प्रतियोगिताओ में भी बच्चों का उत्साह देखने लायक था। अपनी ही तरह के इस अद्भुत सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों में ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञों द्वारा कार्यशालाओं में बच्चों एवं अभिभावकों को अनेक उपयोगी टिप्स गुरू दिए गए। बच्चों के लिए साहित्य में विशेष योगदान के लिए इन्हें अनेकों पुरस्कारों, सोहनलाल द्विवेदी से भी नवाजा जा चुका है। इस अवसर पर पी एस ए के समस्त पदाधिकारी एवं कई स्कूलों के प्रधानाचार्य भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर निर्णायक मंडल की भूमिका में रिपाटी कार्यक्रम में मुक्ता, सीमा, टू मिनट टू फेम में रफुल तिवाड़ी, अंकित अग्रवाल, फूटलाइट कार्यक्रम में मोहित, अंकित, ऑफ द कफ में अमन सूद, नॉन फयर कुकिंग में साक्षी, तेजवानी, प्रिंट एवं पेन्ट में सीमा व अनीता, पोस्टर मेकिंग में सीमा व अनीता रसिंग रीडिग क्ले मॉडलिंग में सीमा, अनीता, विस्पर्स आफ मोरटेल्स में रजत रितु अग्रवाल, इकफारिश में सीमा अनीता, साहित्यक प्रश्नोत्तरी में अमन सूद, बुक कवर डिजाइनिंग में सीमा व अनीता, पेनमैनसिप इन्प्रीत, रितु, तथा मोनालॉग एक्ट में रितु अग्रवाल, अमनसूद, अनीता सिंह, जगमोहन, कॉमेडी शॉ मोहित, अनीता सिंह, पाठ नत्य में अनीता सिंह, रितु अग्रवाल, फैंसी ड्रेस में राजपाल, सीमा, नॉन फायर में राजपाल, विज्ञापन विज्ञान में सीमा अनीता, फेस पेंटिग मोहित, अमन, पोस्ट कार्ड मेकिंग में सौरभ, अंकित राफल, बुक मार्क डिजाइनिंग में सीमा, अनीता शर्मा, क्रिटीकल मेकिंग में सीमा अंकिता, फेस पेंटिंग सीमा अनीता सूद ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई।

इस उत्सव के अन्त में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति ने वातावरण में असीम उत्साह भर दिया। समस्त कार्यक्रमों के सम्पन्न होने पर दोपहर बाद प्रबन्धक मणिपुष्पक जोशी ने समस्त अभिभावकों की भागीदारी एवं अपने-अपने बच्चों को सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया। अन्त में प्रधानाचार्या आशू पन्त ने समस्त अतिथियों, अभिभावकों एवं विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद दिया।

फेस्ट 2020 के विजेता –

प्रिंट और पेन्ट के क्रमश- विजेता आदित्य प्रथम स्थान, युवराज दूसरे स्थान, अदिती तिवाड़ी तीसरे स्थान पर ( यूकेजी)
पोस्टर मेकिंग के क्रमश- विजेता वैभव जोशी प्रथम स्थान, प्रत्युष बृजवासी और काव्या द्वितीय स्थान, सानवी सक्सेना तीसरे स्थान पर (यूकेजी)
मॉकटेल्स नीलेश व सिद्क सिंह प्रथम, आरनव बनसल द्वितीय पूरब अग्रवाल तीसरे स्थान पर (यूकेजी)
सलाद मेकिंग यूवी द्विवेदी प्रथम, गुरूजीत कौर, वरालिका जोशी दूसरे स्थान पर, अभी जोशी (नर्सरी)
क्ले मॉडलिंग सारांश मुनगल प्रथम, अर्थवंसल दूसरे स्थान, आयुष्मान रावत तीसरे स्थान पर (यूकेजी)
ऑफ द कप क्षितीज सिराडी निर्मला स्कूल प्रथम, सृष्टि भंडारी व वरनिका जोशी इंसप्रेशन दूसरे स्थान, प्रियंवदा जोशी ऑरम तीसरे स्थान पर रही।
रिपार्टी में अनुष्का प्रथम, वैभव जोशी दूसरे, सौर्य तीसरे स्थान पर रहे।
इकफेैसिस में कुशाग्र विष्ट निर्मला स्कूल प्रथम, भूपेश पाण्डे डॉन बास्को दूसरे, अदिति सक्सेना बीएलएम तीसरे स्थान पर रही।
बुक कवर डिजाइंनिग में जिज्ञासा भगत प्रथम ऑरम स्कूल, करिश्मा शाह स्कार्लस एकेडमी दूसरे, रूसन गुरूकुल तीसरे स्थान रही।
पैनमैनसिप में आकृति सनवाल सिथिंया प्रथम, आसिमा गर्ग नैनीवैली दूसरे स्थान, विसमन कौर ऑरम तीसरे स्थान रही।
टू मिनटस टू फ्रेम में अरमान खान निर्मला स्कूल प्रथम, कुनाल बोरा ऑरम दूसरे, एश्वर्या चन्द्रा नैनीवैली तीसरे स्थान पर रही।
लिटरैरी क्विज टीम इवेंट में इंसप्रेशन स्कूल प्रथम, ऑरम स्कूल दूसरे, नैनीवैली स्कूल तीसरे स्थान पर रही।
फुटलाइट टीम इवेंट में ऑरम स्कूल प्रथम, बीएलएम एकेडमी दूसरे, स्कार्लस एकेडमी तीसरे स्थान पर रही।
विस्परर्स आफ मॉडल में सैली उप्रेती ऑरम प्रथम, यसस्वी विष्ट सेकै्रटहार्ट दूसरे, सिवा इंसप्रेशन स्कूल तीसरे स्थान पर रहे।