चीन की तरह अब देवभूमि में भी नजर आएगा शीशे से बना पुल, यहां जल्द शुरू होने जा रहा निर्माण कार्य

Glass Bridge China, चीन के हेबेई प्रांत के शिजियाझुआंग शहर में बना कांच का पुल अब उत्तराखंड में भी जल्द नजर आयेगा। ये कांच का पारदर्शी पुल देवभूमी के केदारनाथ धाम के रामबाड़ा में बनाया जाएगा, जो कि केदारनाथ का मुख्य पड़ाव है। केदारनाथ आपदा के बाद से रामबाड़ा वीरान पड़ा है, लोग यहां आने
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चीन की तरह अब देवभूमि में भी नजर आएगा शीशे से बना पुल, यहां जल्द शुरू होने जा रहा निर्माण कार्य

Glass Bridge China, चीन के हेबेई प्रांत के शिजियाझुआंग शहर में बना कांच का पुल अब उत्तराखंड में भी जल्द नजर आयेगा। ये कांच का पारदर्शी पुल देवभूमी के केदारनाथ धाम के रामबाड़ा में बनाया जाएगा, जो कि केदारनाथ का मुख्य पड़ाव है। केदारनाथ आपदा के बाद से रामबाड़ा वीरान पड़ा है, लोग यहां आने से डरते हैं। अब प्रशासन इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर दोबारा स्थापित करने की कोशिश में जुटा है। इसके लिए चीन की तर्ज पर मंदाकिनी नदी के ऊपर पारदर्शी पुल बनाया जाएगा। जिला प्रशासन पारदर्शी पुल की कार्ययोजना बना रहा है। इस पहल का जिम्मा जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल को जाता है, जो कि केदारधाम क्षेत्र के कायाकल्प में जुटे हैं। उन्होंने ही चीन में बने कांच के पुल की तर्ज पर मंदाकिनी नदी के ऊफर कांच या धातु का पारदर्शी पुल बनाने का खाका तैयार किया है।

चीन की तरह अब देवभूमि में भी नजर आएगा शीशे से बना पुल, यहां जल्द शुरू होने जा रहा निर्माण कार्य

8 करोड़ की लागत से बनेगा पुल

ये पुल 100 मीटर स्पान वाला होगा, इसके दोनों तरफ उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को दिखाती पेंटिंग्स होंगी। इस पुल के जरिए देश-विदेश के पर्यटक रामबाड़ा के पुराने स्वरूप को जान सकेंगे। आपदा से पहले ये क्षेत्र श्रद्धालुओं से गुलजार रहा करता था, लेकिन आपदा की विभीषिका झेलने के बाद से ये क्षेत्र उजाड़ हो गया है। अब इस क्षेत्र की पुरानी यादों को सहेजने की कोशिश की जा रही है। यहां बनने वाला ग्लास का पुल करीब 8 करोड़ की लागत से बनेगा।

सैलानियों के लिए साबित होगा बड़ा तोहफा

इसके लिए सीएसआर से धनराशी जुटाई जाएगी। बता दें कि रामबाड़ा गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थित है, ये केदारनाथ यात्रा का अहम पड़ाव हुआ करता था। साल 2013 की आपदा के बाद यहां सब कुछ बदल गया। यहां अब भी आपदा की तबाही के मंजर साफ देखे जा सकते हैं। जिलाधिकारी मंगेश की यह पहल देश दुनिया कये यहां आने वाले सैलानियों के लिए ये एक बड़ा तोहफा साबित हो सकता है।