लोन देने वाले ऐप चुरा सकते हैं आपका पर्सनल डाटा, गूगल ने इतने ऐप्स‍ कर दिए हैं बैन

न्यूज टुडे नेटवर्क। अगर आप पर्सनल लोन लेने के इच्छुक हैं तो सीधे आथोराइज्ड बैंक या सरकारी एजेंसी से ही सम्पर्क करें। इंटरनेट के जरिए एप्स वेबसाइट पर लोन लेने के लिए अप्लाई करने से पहले अगर आपने एप की नीतियों के बारे में पूरी पड़ताल नहीं की है तो आप मुश्किल में पड़ सकते
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लोन देने वाले ऐप चुरा सकते हैं आपका पर्सनल डाटा, गूगल ने इतने ऐप्स‍ कर दिए हैं बैन

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। अगर आप पर्सनल लोन लेने के इच्‍छुक हैं तो सीधे आथोराइज्‍ड बैंक या सरकारी एजेंसी से ही सम्‍पर्क करें। इंटरनेट के जरिए एप्‍स वेबसाइट पर लोन लेने के लिए अप्‍लाई करने से पहले अगर आपने एप की नीतियों के बारे में पूरी पड़ताल नहीं की है तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। दरअसल गूगल प्‍ले स्‍टोर पर लोन देने वाले एप्‍स आपका पर्सनल डाटा चुरा रहे हैं। यह एप्‍स आपके पर्सनल डाटा से छेड़छाड़ भी कर सकते हैं। हाल ही में यूजर्स की सेफ़्टी पालिसी का उल्‍लंघन कर रहे ऐसे 453 ऐप्‍स को गूगल ने प्‍ले स्‍टोर से डिलीट कर दिया है।

गूगल के अनुसार यूजर्स के डेटा की सेफ़्टी सबसे बड़ा विषय है। गूगल ने सार्वजनिक तौर पर दिए बयान में कहा कि अपने यूजर्स के डाटा सेफ़्टी को लेकर हम लगातार काम करते रहते हैं। यूजर्स की डाटा सेफ़्टी हमारे लिए सबसे ऊपर है। लोन देने वाले कई ऐप्‍स को यूजर्स के पर्सनल डाटा से छेड़छाड़ करना पाया गया। इसीलिए गूगल प्‍ले स्‍टोर से ऐसे 453 ऐप्‍स को गूगल प्‍ले स्‍टोर से डिलीट कर दिया गया है। गूगल ने कहा कि यदि कोई यूजर अन्‍य प्‍लेटफार्म से इन ऐप्‍स को इंस्‍टाल करता है तो यूजर्स की डेटा सिक्‍योरिटी के लिए गूगल कतई जिम्‍मेदार नहीं होगा। फिलहाल प्‍ले स्‍टोर पर ये ऐप्‍स अब नहीं मिलेंगे।

गूगल ने ऐसे ऐप्स की लिस्ट जारी नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हो रही है, जिसमें ऐसे 453 ऐप्स दिए गए हैं और ये प्ले स्टोर पर ओपन भी नहीं हो रहे हैं। गूगल की पॉलिसी के मुताबिक, पर्सनल लोन देने वाले ऐप्स को यूजर को सभी तरह की जानकारी देनी होगी। जैसे- पेमेंट की मिनिमम और मैक्सिमम समय-सीमा क्या है? अधिकतम ब्याज दरें क्या हैं? ग्राहकों को ये बताना होगा कि लोन की कुल लागत कितनी होगी? लोन के फीचर्स, फीस, रिस्क और बेनिफिट्स के बारे में ट्रांसपेरेंसी रहे, ताकि लोग सही फैसला ले सकें।

लिस्ट में ये लोन ऐप्स भी हैं 

पर्सनल और इंस्टेंट लोन वाले चुनिंदा ऐप्स की लिस्ट
कैश

VN कार्ड

मनी मोर

मनी फॉर पीपुल

वन लोन

कैश ऑन

क्रेडिट

कैश गुरु

रूपी क्लिक

कैश नाउ

कैच कैश

क्रेडी मी

क्रेडिट बस

ईजी क्विक

कैश काऊ

फ्लैक्स सैलेरी

वर्ल्ड मनी

रूपी प्लस

फास्ट रूपी

कैश बाजार

लोन

ईजी

वी कैश

कैश बाउल फोन

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही लिस्ट में एक ऐप भारत इंस्टेंट लोन भी है। हालांकि, इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से अब भी इन्स्टॉल किया जा सकता है। इसे अब तक 10 हजार से ज्यादा बार इन्स्टॉल किया गया है। वहीं, 260 यूजर्स ने इसे 5 में से 3.1 स्टार रेटिंग दी है। ज्यादातर यूजर्स ने रिव्यू के दौरान इसकी सर्विस को अच्छा नहीं बताया। ऐप ने लोन से जुड़ी डिटेल मेंशन की है। जैसे-

गूगल पर अभी भी पर्सनल लोन देने वाले ऐसे कई ऐप्स मौजूद हैं। जैसे ही प्ले स्टोर पर LOAN लिखकर सर्च किया जाता है, तो लंबी लिस्ट खुल जाती है। इनमें सरकारी ऐप्स के साथ कई प्राइवेट बैंक और फर्म के ऐप्स भी शामिल हैं। इंस्टेंट लोन ऐप्स की वजह से कुछ सुसाइड के मामले भी सामने आए हैं। वहीं, दिसंबर में इंस्टेंट मनी लेंडिंग ऐप घोटाले में हैदराबाद और गुड़गांव से 19 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।

तेलंगाना में लॉकडाउन के दौरान 28 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी नौकरी खो दी थी। उसने कर्ज लिया, लेकिन चुका नहीं पाया। ऐसे में कर्ज चुकाने के लिए किसी ऐप से इंस्टेंट लोन लिया। जब ऐप का लोन नहीं चुका पाया, तब रिकवरी एजेंट उसके पीछे लग गए। उसे बार-बार मैसेज भेजने लगे। उसके कॉल लिस्ट के लोगों को फोन करने लगे। परेशान होकर उसने दिसंबर में सुसाइड कर लिया। वहीं इंदौर की एक महिला ने ऐप से 20,000 रुपए का लोन लिया था। जब लोन की EMI मिस हो गई, तो उसे परेशान करना शुरू कर दिया गया। उसके फोटो को शेयर किए जाने लगे। धमकी दी गई कि कलेक्शन के लिए एजेंट को घर भेजेंगे। पुलिस से भी शिकायत करेंगे। उन्होंने महिला की कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भी परेशान किया।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कहना है कि लोन देने वाली किसी लिस्टेड वेबसाइट या उसके ऐप पर जाते हैं, तब यह जरूर देखें कि वो RBI से रजिस्टर्ड है। या फिर RBI से रजिस्टर्ड किसी बैंक या NBFC के साथ काम कर रहा है। लोने देने वाली सभी कंपनियों को अपनी कंपनी पहचान संख्या (CIN) और सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन (CoR) को साफ तौर पर दिखाना होगा।

गूगल ने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि कंपनी ऐप्स का रिव्यू करना जारी रखेगी। जिन ऐप्स को यूजर की सेफ्टी पॉलिसी का उल्लंघन करते पाया जाएगा, उन्हें तुरंत हटा दिया जाएगा। ऐप्स को हटाने के पहले नोटिस भी नहीं दिया जाएगा। सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करने वाले सभी ऐप्स पर कार्रवाई होगी। कंपनी उन एजेंसियों की मदद करना जारी रखेगी, जो फर्जी पर्सनल लोन ऐप्स के जांच का काम कर रही हैं।