भीमताल में हरेला मेले का हुआ शुभारम्भ, ऐसे दिखा पर्व और पर्यावरण का अटूट मेल

भीमताल में हरेला मेला 2019 का शुभारम्भ प्रदेश के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य, विधायक संजीव आर्य तथा रामसिह कैडा द्वारा किया गया। इस खास अवसर पर उनके द्वारा पोधारोपण किया गया। कार्यक्रम मे लोक कलाकारो द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये गये वही ग्रामीण अंचलो मे उत्पादित होने वाली वस्तुओं सौन्दर्य
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भीमताल में हरेला मेले का हुआ शुभारम्भ, ऐसे दिखा पर्व और पर्यावरण का अटूट मेल

भीमताल में हरेला मेला 2019 का शुभारम्भ प्रदेश के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य, विधायक संजीव आर्य तथा रामसिह कैडा द्वारा किया गया। इस खास अवसर पर उनके द्वारा पोधारोपण किया गया। कार्यक्रम मे लोक कलाकारो द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये गये वही ग्रामीण अंचलो मे उत्पादित होने वाली वस्तुओं सौन्दर्य प्रसाधनो आदि की स्टालों की प्रदर्शनी भी लगाई गयी।

भीमताल में हरेला मेले का हुआ शुभारम्भ, ऐसे दिखा पर्व और पर्यावरण का अटूट मेल

इस अवसर पर हरेले पर्व की शुभकामनायें देते हुये मंत्री आर्य ने कहा कि हरेला कुमायू का अत्यन्त प्राचीन एवं प्रसिद्व त्यौहार है सावन मास के प्रथम दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। उन्होने कहा कि लोक जीवन मे इस पर्व की विशेष महत्ता है। हरियाली ग्रीष्म ऋतु मे सूखे व मुरझाये वनस्पति संसार के पुनर्जीवन का प्रतीक है। कहा कि इस पर्व पर पौधा रोपण का विशेष महत्व है, वृक्ष हमारे जीवन के साथी तथा विकास मे वृक्षो एव हरियाली का विशेष योगदान है। उन्होने कहा कि हरियाली को बनाये रखने के लिए हम सब अधिक से अधिक संख्या में पौधा रोपण करें।

भीमताल में हरेला मेले का हुआ शुभारम्भ, ऐसे दिखा पर्व और पर्यावरण का अटूट मेल

वही विधायक संजीव आर्य ने हरेला पर्व की शुभकामनाये देते हुये कहा कि वृक्षो से हमारा जन्म-जनमान्तर का नाता है इस अटूट रिश्ते को हमे टूटने नही देना है। पौधे निस्वार्थ भाव से हमें बहुत कुछ देते है इसलिए हमें जिन्दगी मे वृक्षो का ऋणी रहना चाहिए। इस मौके पर विधायक रामसिह कैडा ने कहा कि हरेला हमारी खुशहाली का प्रतीक है। खुशहाली हमें वृक्षों से ही प्राप्त होती है। मानव जाति के विकास चिन्तन, अध्यात्म में वृक्षों एव वनो की अहम भूमिका है। उन्होने अन्धाधुंध वनो के कटान पर चिन्ता व्यक्त करते हुयें कहा कि हमें अपने स्वार्थो के लिए वृक्षों का कटान नही करना चाहिए।