कुंभ मेला 2019 : कांटों के बिस्तर पर सोने वाले बाबा को देखकर सब हैरान, कांटों को ही बना डाला अपना बिस्तर

प्रयागराज-न्यूज टुडे नेटवर्क : प्रयागराज के संगम नगरी में माघ मेले में अलग-अलग तरह के कई साधु-संन्यासी और श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं। कुछ पुण्य कमाने के लिए तो कुछ पाप उतारने के लिए। आज हम आपको एक ऐसे ही बाबा के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुंभ में हर किसी को हैरान
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कुंभ मेला 2019 : कांटों के बिस्तर पर सोने वाले बाबा को देखकर सब हैरान, कांटों को ही बना डाला अपना बिस्तर

प्रयागराज-न्यूज टुडे नेटवर्क : प्रयागराज के संगम नगरी में माघ मेले में अलग-अलग तरह के कई साधु-संन्यासी और श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं। कुछ पुण्य कमाने के लिए तो कुछ पाप उतारने के लिए। आज हम आपको एक ऐसे ही बाबा के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुंभ में हर किसी को हैरान कर रहे हैं। उन्हें देखकर और उनके बारे में जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। कहा जाता है कि भगवान की भक्ति में शक्ति होती हैं। इस बात को भगवान के भक्त समय-समय पर सिद्ध भी करते हैं।

कुंभ मेला 2019 : कांटों के बिस्तर पर सोने वाले बाबा को देखकर सब हैरान, कांटों को ही बना डाला अपना बिस्तर

ऐसा ही कुछ इन बाबा को देखकर भी कहा जा सकता है। इन दिनों प्रयागराज कुंभ अपने पूरे शबाब पर है, चारों ओर साधू-संतों के तमाम रूप दिखाई दे रहे हैं। दुनियाभर से लोग संगम नगरी पहुंच कर कुंभ में पुण्य कमा रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही बाबा के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुंभ में हर किसी को हैरान कर रहे हैं।

गौहत्या के वजह से बनाया कांटो का बिस्तर

कांटो में सोने की वजह खुद बाबा ने बताई और कहा की 18 साल की उम्र से वो ऐसा कर रहे हैं। 18 साल की उम्र में उनसे गौहत्या हो गई थी जिसके बाद वो खुद को दोषी मानने लगे और इसकी सजा खुद को दे रहे हैं। यानी की पाप मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। बाबा का असली नाम लक्ष्मण राम है लेकिन अब उन्हें सब “कांटो वाले बाबा” कहते है।

कुंभ मेला 2019 : कांटों के बिस्तर पर सोने वाले बाबा को देखकर सब हैरान, कांटों को ही बना डाला अपना बिस्तर

गौ सेवा में खर्च करते हैं पैसा

बाबा को ऐसा करते देख जो लोग पैसे देते हैं उन पैसो को बाबा खुद नहीं रखते है। उन पैसो को बाबा मथुरा के उन जगहों में बाँट देते हैं जहाँ गायो की सेवा हो रही है। बाबा ने गौहत्या की जिसके लिए वो आर्थिक रूप से मदद करके अपना पाप काटने में लगे हुए है। बाबा को ऐसा करने पर दर्द तो होता है लेकिन बाबा कहते हैं की मैं सह लेता हूँ।

भगवान् शक्ति देता है और मुझे ऐसा करने में कष्ट होने के बाद भी यहाँ लेटे रहेने की हिम्मत मुझे मिलती है। ऐसा नहीं है की बाबा केवल कुम्भ मेले में ही ऐसा करते है बल्कि जहाँ भी धार्मिक आयोजन होता है बाबा पहुच जातें है और अपना बिस्तर जमा लेते है। उससे मिलने वाले पैसे बाबा गायों की सेवा में देते हैं।