कोटद्वार- नहीं थम रहा देवभूमि में गुलदार का आतंक, अब इस गांव में मासूम को बनाया निवाला

Uttarakhand Leopard Attack, कोटद्वार के बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडाई गांव में गुलदार (leopard) ने एक बार फिर एक 8 साल के मासूम बच्चे को अपना निवाला बना लिया। मासूम का शव (dead body) गांव से करीब सौ मीटर दूर मिला है। वहीं गुलदार की दहशत ने ग्रामीणों को घरों में कैद कर दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।

गौशाला से वापस घर लौट रहा था मासूम
घटना देवकुंडाई गांव की है, जहां शाम के समय मासूम बच्चा अपनी मां के साथ गौशाला से वापस घर लौट रहा था, इसी बीच घात लगाकर बैठे गुलदार ने बच्चे पर हमला कर दिया। गुलदार के हमले को देख मां घबरा गई, उसने शोर मचाकर लोगों से मदद भी मांगी, लेकिन तब तक गुलदार बच्चे को घसीटते हुए झाड़ियों की ओर ले गया।

मौके पर ग्रामीण भी पहुंच गए और बच्चे की खोजबीन शुरू की। काफी तलाश के बाद बच्चे का शव गौशाला से करीब सौ मीटर दूर मिला। गुलदार के हमले की सूचना मिलते ही वन कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना कर गुलदार की खोजबीन शुरू कर दी है।
पहले भी कई लोगों पर हमला कर चुका है गुलदार
बता दें कि ये कोई पहली घटना नही है जब गुलदार ने किसी इंसान पर हमला किया हो, इससे पहले भी गुलदार बच्चों पर हमला कर चुका है। बीती छह अक्टूबर को इसी गांव की राखी ने अपने मासूम भाई को गुलदार के हमले में बचाया था. बाद में जिला प्रशासन ने राखी का नाम बहादुरी के पुरस्कार के लिए चयनित किया था। राखी पर हुए हमले के बाद वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगाया, जिसमें 16 अक्टूबर को एक गुलदार फंस भी गया था। गुलदार के पकड़े जाने के बाद गांव से वन विभाग की टीम हट गई थी। वहीं अब घटना के बाद से गांव में मातम के साथ ही डर का माहौल बना हुआ है।