जानिए, कहां है राजधानी लखनऊ की शान गोमती नदी का उद्गम स्थल, नए वर्ष में बनारस की तर्ज पर क्‍या होंगे इंतजाम

न्यूज टुडे नेटवर्क। नए वर्ष 2021 के पहले दिन गोमती नदी के उद्गम स्थल पर बनारस की तर्ज पर संध्या आरती का आयोजन शुरू कर दिया गया। पीलीभीत के घने जंगलों के बीच माधोटांडा से गोमती नदी निकली है। यह स्थान पुराणों के साथ साथ ऐतिहासिक रूप से भी बेहद महत्व रखता है। यहीं से निकली
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जानिए, कहां है राजधानी लखनऊ की शान गोमती नदी का उद्गम स्थल, नए वर्ष में बनारस की तर्ज पर क्‍या होंगे इंतजाम

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। नए वर्ष 2021 के पहले दिन गोमती नदी के उद्गम स्‍थल पर बनारस की तर्ज पर संध्‍या आरती का आयोजन शुरू कर दिया गया। पीलीभीत के घने जंगलों के बीच माधोटांडा से गोमती नदी निकली है। यह स्‍थान पुराणों के साथ साथ ऐतिहासिक रूप से भी बेहद महत्‍व रखता है। यहीं से निकली गोमती आगे जाकर विशाल धारा में परिवर्तित होकर राजधानी लखनऊ की शान बनती है। आगे जाकर यह घाघरा गंडक और सरयू के रास्‍ते गंगा में मिल जाती है।

यह गोमती उद्गम स्‍थल तराई के रमणीय पीलीभीत टाइगर रिजर्व में स्‍थित है। पिछले कई सालों तक यह स्‍थान उपेक्षित रहा। लेकिन गंगा बचाओ और नमामि गंगे अभियान की तर्ज पर यहां भी गोमती बचाओ अभियान की शुरूआत हुई। उधर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्‍या बढ़ाने के लिए भी इस स्‍थान को विकसित किया गया है।

नए साल के पहले दिन एक जनवरी से यहां संध्‍या आरती का आयोजन भी शुरू करा दिया गया है। वहीं डीएम पुलकित खरे और स्‍थानीय विधायक बाबूराम पासवान ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।

गोमती उद्गम स्थल पर बनारस की तर्ज पर भव्य आरती हुई। इसमें शामिल होने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। इस दौरान डीएम और विधायक ने फीता काटकर कई कार्यों का शुभारंभ किया। बनारस की तरह गोमती उद्गम स्थल पर रोजाना आरती की जाएगी। डीएम और विधायक सहित कई अधिकारियों ने गोमती में नौकायन का लुत्फ उठाया।

माधोटांडा में स्थित गोमती उद्गम स्थल को सजाने और संवारने में प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। स्थल रमणीक बनाने के लिए करोड़ों रुपया खर्च किया गया। इस धार्मिक स्थल को पर्यटन स्थल बनाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। नव वर्ष के पहले दिन फूल मालाओं से  उद्गम स्थल को सजाया गया। यहां जिलाधिकारी पुलकित खरे भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह और विधायक बाबूराम पासवान ने गोमती उद्गम के पास लगाए गए शिलान्यास का फीता काटकर शुभारंभ किया।

गांव से निकलने वाले मार्ग का भी डीएम और विधायक ने फीता काटा। इस दौरान गौशाला का शुभारंभ करते हुए गायों को डीएम और जिलाध्यक्ष ने हरा चारा खिलाया। साल के पहले दिन यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचे। डीएम ने  जिलाअध्यक्ष और विधायक के साथ गोमती के जल में नौकायन का भी लुत्फ उठाया।  यही नहीं  उद्गम स्थल का  सभी ने गहनता से भ्रमण किया और किए गए प्रयासों की सराहना की।

शाम को डीएम जिलाध्यक्ष और विधायक ने  बनारस की तर्ज पर गोमती मैया की सामूहिक आरती की आरती में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इसके साथ ही यहां जिला और तहसील स्तरीय कई अधिकारी भी मौजूद रहे। शाम को सूरज छिपने के बाद आरती के मनोरम दृश्य से उद्गम की छटा देखने लायक थी। इस ऐतिहासिक दिन को लोगों ने अपने मोबाइल के कैमरे में भी कैद किया।

आरती के लिए बनारस से बुलाए गए पंडित

गोमती उद्गम स्थल पर बनारस की तर्ज पर रोजाना शाम को आरती की जाएगी। साल के पहले दिन आरती का भव्य शुभारंभ किया गया। इसके लिए बनारस से विशेष आचार्यों को बुलाया गया था। शुभारंभ के बाद से रोजाना उद्गम स्थल पर गोमती मैया की शाम को भव्य आरती की जाएगी।