जाने क्या हुआ जब थाईलैंड के युवक नया साल मनाने स्कूटर से पहुंचे नैनीताल, पुलिस ने ऐसे किया स्वागत

Nainital Latest news, वैसे तो नये साल में भारी मात्रा में सैलानी सरोवर नगरी 31 और नये साल का जश्न मनाने पहुंचते है। ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा भी सैलानियों को किसी तरह की दिक्कत ना पहुंचे इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है। लेकिन इस बार पुलिस के हाथों कुछ ऐसे युवा चढ़े
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जाने क्या हुआ जब थाईलैंड के युवक नया साल मनाने स्कूटर से पहुंचे नैनीताल, पुलिस ने ऐसे किया स्वागत

Nainital Latest news, वैसे तो नये साल में भारी मात्रा में सैलानी सरोवर नगरी 31 और नये साल का जश्न मनाने पहुंचते है। ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा भी सैलानियों को किसी तरह की दिक्कत ना पहुंचे इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है। लेकिन इस बार पुलिस के हाथों कुछ ऐसे युवा चढ़े जो बिना हैलमेट अलीगढ़ से स्कूटर पर सवार होकर नैनीताल पहुंचे। यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते थाईलैंड निवासी युवक पांच अलग-अलग स्कूटरों में नया साल का जश्न मनाने नैनीताल आये।

जाने क्या हुआ जब थाईलैंड के युवक नया साल मनाने स्कूटर से पहुंचे नैनीताल, पुलिस ने ऐसे किया स्वागत

बता दें कि मूल रूप से थाईलैंड निवासी और वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत दस छात्र नए साल का जश्न मनाने मंगलवार को लखनऊ नंबर के पांच अलग-अलग स्कूटरों पर सवार होकर बगैर हेलमेट पहने सरोवर नगरी आ पहुंचे। मल्लीताल पहुंचने पर पुलिस ने इन्हें रोका और यातायात नियमों के उल्लंघन के आरोप में पांचों स्कूटर सवारों का पांच-पांच सौ रुपये का चालान कर छोड़ दिया।

नहीं दिखा पाये स्कूटरों की आरसी

छात्र अलग-अलग स्कूटरों में मल्लीताल रिक्शा स्टैंड के पास पहुंचे तो वहां मौजूद लोग उन्हें देखकर दंग रह गए। एक भी स्कूटर सवार ने हेलमेट नहीं पहना था। साइलेंसर बदले होने के कारण उनके स्कूटरों की आवाज भी काफी तेज थी। तभी वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोका और कागज दिखाने को कहा। एक छात्र ने मोबाइल में आरसी की फोटो दिखाई, लेकिन वह भी उसके नाम की नहीं थी।

500 का चालान कर छोड़ा

छात्रों ने बताया कि वह मूल रूप से थाइलैंड के रहने वाले हैं और वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं। थर्टी फर्स्ट पर वह अलीगढ़ से ही स्कूटरों पर नैनीताल आए हैं और यहां एक होटल में रह रहे हैं। एएसआई दयानंद पांडे ने बताया कि पांचों छात्रों हारिम, आरफिन, थनासैथ, घनाम एवं कलाबेग का पांच-पांच सौ रुपये का चालान कर छोड़ दिया गया।