खटीमा- सरकार के इस फैसले से सदमे में आये ट्रांसपोर्टर ने उठाया ये दर्दनाक कदम, इस हाल में मिला शव
Transporter Suicide in Tanakpur, सरकार के दस साल पुराने वाहन बंद करने के फैसले से सदमे में आये एक ट्रांसपोर्टर ने आत्म हत्या कर ली। टनकपुर में दर्शन ट्रांसपोर्ट के मालिक लाल सलूजा के पुत्र ने बताया कि दस वर्ष पुराने ट्रकों के न चलने की चर्चाओं के बाद से उसके पिता डिप्रेशन में थे। उनके तीनों कैंटर दस साल पुराने हैं।
ऐसे में धंधा चौपट होने के सदमे से उन्होंने फासी से झूल कर अपनी जान दे दी। मामले की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पुलिस के अनुसार पंजाबी मोहल्ला निवासी 70 वर्षीय दर्शन लाल सलूजा की रविवार की सुबह अपने ट्रांसपोर्ट के दफ्तर में फांसी पर लटककर जान दे दी।
50 वर्षों से संभाला था ट्रांसपोर्ट का बिजनेस
मृतक ट्रांसपोर्टर के बेटे अंकुर ने बताया कि ट्रांसपोर्ट में उनके खुद के तीन और कई अन्य ट्रक अटैच हैं। उनके पिता करीब पचास वर्षों से वह ट्रांसपोर्ट का काम कर रहे थे। वर्तमान में दोनों भाई भी पिता के साथ ही काम कर रहे थे। दर्शन लाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके परिवार में पत्नी मीना सलूजा और बेटे नवीन सलूजा, अंकुर सलूजा और बेटी निधि कपूर हैं।
नियमित सैर पर जाते थे सलूजा
दर्शन लाल सलूजा के बेटे अंकुर सलूजा ने बताया कि उनके पिता नियमित वॉक के लिए पीलीभीत रोड पर घर से मंडी समिति तक जाते थे। हर रोज की तरह वह रविवार को भी सुबह सवा पांच बजे वॉक पर गए थे। घर लौटने से पहले पीलीभीत रोड स्थित दफ्तर गए जहां उनका शव फंदे से लटका मिला।