खटीमा- पैतृक गांव पहुंचा शहीद वीरेन्द्र का पार्थिव शरीर, सुबह बात हुई शाम को शहादत की मिली खबर

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क-पुलवामा हमले में शहीद दो उत्तराखंड के जवानों का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच चुके है। शहीद सीआरपीएफ में एएसआइ मोहनलाल रतूड़ी का पार्थिव शरीर उनके घर में अंतिम दर्शन को जनसैलाब उमड़ पड़ा। हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। सुबह से दोपहर तक के लिए दून
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खटीमा- पैतृक गांव पहुंचा शहीद वीरेन्द्र का पार्थिव शरीर, सुबह बात हुई शाम को शहादत की मिली खबर

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क-पुलवामा हमले में शहीद दो उत्तराखंड के जवानों का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच चुके है। शहीद सीआरपीएफ में एएसआइ मोहनलाल रतूड़ी का पार्थिव शरीर उनके घर में अंतिम दर्शन को जनसैलाब उमड़ पड़ा। हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। सुबह से दोपहर तक के लिए दून के बाजार बंद कर दिए गए। जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा परिवार में कोहराम मच गया। बच्चे और शहीद की पत्नी तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर चिपक गए। घर में सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद का पार्थिव शरीर को घर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। इस दौरान मौके पर सांत्वाना देने और शहीद के अंतिम दर्शन को पहुंची भीड़ ने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारे लगाए।

खटीमा- पैतृक गांव पहुंचा शहीद वीरेन्द्र का पार्थिव शरीर, सुबह बात हुई शाम को शहादत की मिली खबर

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खटीमा पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर

वहीं खटीमा के शहीद वीरेंद्र राणा का पार्थिव शरीर भी उनके गांव पहुंच गया।वीरेंद्र का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही पूरा गांव शोक में डूब गया। हजारों की भीड़ शहीद को श्रद्धांजलि देने उनके गांव पहुंची। इस दौरान काठगोदम सीआरपीएफ से 35 जवानों की बटालिन अंतिम सलामी को गांव पहुंची। मौजूद भीड़ के वीरेंद्र जिंदाबाद, वीरेंद्र अमर रहे के नारो से गांव गूंज गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, विधायक पुष्कर सिंह धामी, पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा जिलाधिकारी डॉ नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदर सिंह, एसडीएम विजय नाथ शुक्ला सीओ कमला बिष्ट, कोतवाल संजय पाठक आदि मौजूद रहे।

खटीमा- पैतृक गांव पहुंचा शहीद वीरेन्द्र का पार्थिव शरीर, सुबह बात हुई शाम को शहादत की मिली खबर

सुबह बात हुई शाम को आयी शहादत की खबर

सीआरपीएफ के जवान बीरेंद्र राणा की शहादत की सूचना से उधमसिंह नगर जिले के मोहम्मदपुर भुडय़िा गांव में गुस्सा व मातम का माहौल है। वीरेन्द्र शहादत से दो दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी बिताकर लौटे थे। वही शहीद वीरेंद्र की पत्नी रेनू को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा कैसे हुआ। 14 फरवरी की सुबह आठ बजे बीरेंद्र ने रेनू से फोन पर बात की थी। बताया था मैं जम्मू पहुंच गया हूं अपना ध्यान रखना, चिंता मत करना। जब से उसे शहादत की सूचना मिली, वह बेसुध है। होश में आने पर वह बच्चों के प्रति चिंता व्यक्त कर रही है। समझ नहीं पा रही है कि बच्चों को कैसे संभालेगी।