खटीमा-पुलवामा में शहीद हुए देवभूमि के दो लाल, दो दिन पहले ही ज्वाइंन की थी ड्यूटी

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क- गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवानों के शहीद होने की खबर है। इन शहीदों में दो उत्तराखंड के जाबांज भी शामिल है। बताया जा रहा है कि ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा के रहने वाली सीआरपीएफ जवान वीरेन्द्र सिंह और उत्तरकाशी जिले के ग्राम बनकोट
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खटीमा-पुलवामा में शहीद हुए देवभूमि के दो लाल, दो दिन पहले ही ज्वाइंन की थी ड्यूटी

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क- गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवानों के शहीद होने की खबर है। इन शहीदों में दो उत्तराखंड के जाबांज भी शामिल है। बताया जा रहा है कि ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा के रहने वाली सीआरपीएफ जवान वीरेन्द्र सिंह और उत्तरकाशी जिले के ग्राम बनकोट के निवासी सीआरपीएफ जवान मोहन लाइस हमले में शहीद हुए हैं। शहीद वीरेन्द्र खटीमा में गांव मोहम्मदपुर के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही वो अपनी बटालियन से छुट्टी लेकर अपने घर आये थे। 20 दिन की छुट्टी के बाद वह दो दिन पहले से अपनी ड्यूटी में शामिल हुए थे। लेकिन अगले ही दिन उनकी शहादत की खबर आयी।

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खटीमा के वीरेन्द्र और उत्तरकाशी के रतूड़ी हुए शहीद

वीरेन्द्र सिंह के परिवार में उनके पिता दीवान सिंह उनकी पत्नी और दो छोटे.छोटे बच्चे शामिल हैं जिनमे बेटी राही 5 साल की और बेटा रेहान ढाई साल का ही है। गुरुवार रात करीब नौ बजे सेना के एक अधिकारी ने उनकी पत्नी को फोन पर शहादत की जानकारी दी है। इसके बाद से घर में कोहराम मचा गया। वही उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ क्षेत्र के रहने वाले जाबांज मोहन लाल रतूड़ी शहीद हो गये है। शहीद का परिवार देहरादून में रहता है। बताया जा रहा है कि आज शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया जायेगा।