खटीमा- क्वांरटाइन सेंटरों में रह रहे लोगो ने उड़ाई प्रधानों की नींद, अय्याशी के लिए कर रहे ये सब डिमांड

उत्तराखंड में विभिन्न राज्यों से लौट रहे प्रवासियों के लिए बनायें गए क्वारंटाइन सेंटरों का माहौल अब बिगड़ता नजर आ रहा है, सेंटरों से आये दिन सामने आ रहे मामलो ने सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन को चिंता में डाल दिया है, क्वारंटाइन हुए लोगो की देख-रेख के लिए प्रशासन हर मुमकिम कदम उठाता नज़र
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खटीमा- क्वांरटाइन सेंटरों में रह रहे लोगो ने उड़ाई प्रधानों की नींद, अय्याशी के लिए कर रहे ये सब डिमांड

उत्तराखंड में विभिन्न राज्यों से लौट रहे प्रवासियों के लिए बनायें गए क्वारंटाइन सेंटरों का माहौल अब बिगड़ता नजर आ रहा है, सेंटरों से आये दिन सामने आ रहे मामलो ने सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन को चिंता में डाल दिया है, क्वारंटाइन हुए लोगो की देख-रेख के लिए प्रशासन हर मुमकिम कदम उठाता नज़र आरहा है, ऐसे में अब यहां रह रहे लोगो की डिमांड ने प्रशासन को चौका दिया है। दरअसल ऊधम सिंह नगर के खटीमा के कुछ क्वारंटाइन सेंटर्स में लोग दारू और मुर्गे की मांग कर रहे हैं और न देने पर हंगामा कर रहे हैं, साथ ही प्रधानों को भी धमकी भी दे रहे है।

बैठक में खुले प्रवासियों के राज़

खटीमा तहसील में ऊधम सिंह नगर जिले के डीपीआरओ विद्या दत्त सेमवाल ने प्रधानों के साथ बैठक की। डीपीआरओ ने प्रधानों को क्वारंटाइन करने के दौरान आ रही दिक्कतों के बारे में पूछा। इस दौरान प्रधानों की तरफ से अजीब समस्या के बारे में जानकारी दी गई। प्रधान संगठन के महामंत्री ने बताया कि क्वारंटाइन किए गए लोग तरह-तरह की डिमांड कर रहे हैं।

खटीमा- क्वांरटाइन सेंटरों में रह रहे लोगो ने उड़ाई प्रधानों की नींद, अय्याशी के लिए कर रहे ये सब डिमांड

इसमें उनकी पसंद के खाने से लेकर मीट-मुर्गा तक शामिल है। मुकेश के अनुसार तहसील के कई गांवों के प्रधानों ने उन्हें बताया है कि क्वारंटाइन किए गए लोग शराब और मीट-मुर्गा मांग रहे हैं और न देने की स्थिति में प्रधानों से अभद्रता की जा रही है, ऐसी परेशानी बैठक में मौजूद 50 प्रधानों के क्षेत्र की है।

दर्ज होगा मुकदमा

डीपीआरओ विद्या दत्त सोमवाल ने साफ किया कि शराब, मीट, मुर्गा सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाओं में शामिल नहीं है। लिहाज़ा वो किसी स्थिति में नहीं दिए जा सकते। फिर भी कोई क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन कर इन चीजों की डिमांड करता है तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा होगा। प्रधान इसकी शिकायत दर्ज कराएं।