कविता-खाते हैं हम ये कसम
उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
Aug 14, 2020, 19:03 IST
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उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत राजीव गांधी नवोदय विद्यालय चैनोलिया अल्मोड़ा की छात्रा निकिता गोस्वामी की शानदार कविता पढ़िए-
ऐ मेरे प्यारे वतन,
खाते हैं हम ये कसम
तेरे कदमों में फूल क्या,
जान भी दे देंगे हम।
ऐ मेरे प्यारे वतन,
खाते हैं हम ये कसम।
सीने पर हम गोलियां,
हंसते-हंसते खा लेंगे हम।
जब तलक सांस, चलती रहेगी मेरी,
दाग दामन में तेरे लगेगा नहीं।
जब जरूरत पड़ेगी हमारी तुझे,
बांध सिर पे कफन आ जाएंगे हम।