कविता-मेरे हर खून का कतरा काम आए तो अच्छा है

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
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कविता-मेरे हर खून का कतरा काम आए तो अच्छा है

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत कमालगंज फर्रूखाबाद से मो. मुकीम की शानदार कविता पढ़िए-

मेरे हर खून का कतरा काम आए तो अच्छा है,
भारत कहते कहते दम निकल जाए तो अच्छा है !

ऐ भारत माँ इस बेटे को दे देना दुआ इतनी ,
ये तेरा लाल इस देश पे मर जाए तो अच्छा है!

मेरे मालिक आतंकी पे बस इतना कर्म कर दे ,
के आतंकी खुद बम से उड़ जाए तो अच्छा है !

ये बोले हमीद अपने हर साथी से मैदाँ में ,
जीवन हैं जिसे प्यारा वो घर जाए तो अच्छा है !

यहां का वीर ऐसा हो आजाद जैसा हो ,
के दुश्मन देख कर पीछे हट जाए तो अच्छा है !

‘मुकीम ‘ होअसर इतना के जब तेरी कलम लिखे ,
तेरी गज़ल हर दिल में बस जाए तो अच्छा है!