काशीपुर- (बड़ी खबर) ताला खोला तो महिला के पैरों तले खिसक गई जमीन, नैनीताल बैंक के लॉकर से गायब हुए 40 लाख रुपये के जेवरात

काशीपुर-लोग चोरों और बदमाशों के डर से बैंक के लॉकरों में अपने गहने रख रहे है कि वहां सब सुरक्षित है। लेकिन इस बात को गलत साबित कर दिया नैनीताल बैंक काशीपुर ने। काशीपुर में नैनीताल बैंक के लॉकर से 40 लाख रुपये के जेवरात गायब होने का मामला सामने आया है। जिसके बाद बैंक
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काशीपुर- (बड़ी खबर) ताला खोला तो महिला के पैरों तले खिसक गई जमीन, नैनीताल बैंक के लॉकर से गायब हुए 40 लाख रुपये के जेवरात

काशीपुर-लोग चोरों और बदमाशों के डर से बैंक के लॉकरों में अपने गहने रख रहे है कि वहां सब सुरक्षित है। लेकिन इस बात को गलत साबित कर दिया नैनीताल बैंक काशीपुर ने। काशीपुर में नैनीताल बैंक के लॉकर से 40 लाख रुपये के जेवरात गायब होने का मामला सामने आया है। जिसके बाद बैंक में हडक़ंप मच गया। पीडि़त महिला ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। महिला का आरोप है कि लॉकर की चाबी खो जाने पर बैंक कर्मियों ने महिला को बैंक में बुलाया। इस दौरान लॉकर को खोलने पर उसमें रखे जेवरात गायब मिले तो महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई।

काशीपुर- (बड़ी खबर) ताला खोला तो महिला के पैरों तले खिसक गई जमीन, नैनीताल बैंक के लॉकर से गायब हुए 40 लाख रुपये के जेवरात

15 साल से चल रहा था लॉकर

काशीपुर में कविनगर निवासी सुमन नेगी पत्नी पंकज नेगी का एक संयुक्त बचत खाता रामनगर रोड स्थित नैनीताल बैंक की शाखा में है। बैंक में लॉकर संख्या 121 सुमन के नाम से आवंटित है। पीडि़ता का कहना है कि लॉकर 15 वर्ष से चला आ रहा है। उसने बताया कि विगत 23 मई को बैंक द्वारा जारी चाबी कहीं खो गई थी। 24 मई को बैंक ने गुम हुई चाबी के संदर्भ में उनसे एक शपथ पत्र लिया था और आश्वस्त किया था कि दो-तीन दिन में डुप्लीकेट चाबी दे दी जाएगी। इसके बाद उसे चार जून को बैंक फोन आया कि आप बैंक आ जाओं उसने बताया कि जब वह बैंक पहुंंची तो उसे चाबी न देकर मैनेजर के सामने लॉकर खोला गया। जैसे ही लॉकर खुला तो उसके अंदर के जेवरात गायब थे तो महिला के होश उड़ गये।

काशीपुर- (बड़ी खबर) ताला खोला तो महिला के पैरों तले खिसक गई जमीन, नैनीताल बैंक के लॉकर से गायब हुए 40 लाख रुपये के जेवरात

समझौते को लेकर अज्ञात व्यक्ति का आया फोन

पीडि़ता का आरोप है कि बैंक कर्मियों ने जबरदस्ती शपथपत्र पर यह लिखवाया गया कि उनके सामने लॉकर खोला गया है। उसमें कोई सामान नहीं है। कुछ देर बाद बैंक कर्मियों ने शपथ-पत्र में लॉकर खोलने की जगह लॉकर तोडऩे के बारे में लिखवाया। पीडि़ता ने बताया कि लॉकर में सोने के दो हार, चार झुमके, सोने की दो चैन, सोने की पौंजी, एक नथनी, एक मंगलसूत्र, सोने के छह कड़े, चांदी की दो कटोरी, एक हजारा पायल, सोने की दो अंगूठी रखी थीं। गहनों की कीमत करीब 40 लाख रुपये है। पीडि़ता ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि घटना के बाद उनके पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। जिसने बैंक से समझौता करने का दबाव बनाया। तहरीर के आधार पर पुलिस लॉकर रूप का सीसीसीटी फुटेज खंगालने में जुटी है।