देहरादून- जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में डीएसपी शहीद, एक आतंकी ढेर

देहरादून- न्यूज टुडे नेटवर्क: जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है। इस एनकाउंटर में एक डीएसपी शहीद हो गए वहीं सेना के मेजर रैंक के एक अधिकारी भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। सुरक्षाबलों के दो अन्य जवान भी घायल
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देहरादून- जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में डीएसपी शहीद, एक आतंकी ढेर

देहरादून- न्यूज टुडे नेटवर्क: जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है। इस एनकाउंटर में एक डीएसपी शहीद हो गए वहीं सेना के मेजर रैंक के एक अधिकारी भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। सुरक्षाबलों के दो अन्य जवान भी घायल हुए हैं। दोनों तरफ से भारी मात्रा में फायरिंग की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ स्थल पर दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। बता दें शहीद डीएसपी का नाम अमन कुमार ठाकुर है। डीएसपी अमन कुमार 2011 बैच के कश्मीर पुलिस ऑफिसर रहे हैं। वे जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकवादी निरोधी दस्ते को लीड कर रहे थे। उनके परिवार में माता-पिता, पत्नी और 6 साल का बेटा है।

देहरादून- जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में डीएसपी शहीद, एक आतंकी ढेर

2 से 3 आतंकी के छिपे होने की है खबर

सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने तूरीगाम गांव में खुफिया इनपुट के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि 2 से 3 आतंकी इस इलाके में डेरा डाले हुए हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर पहले फायरिंग की जिसके जवाब में सेना ने भी फायरिंग की। मौके पर फायरिंग अभी भी जारी है। सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ वाले इलाके में कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है। इस बीच, आस-पास के गांवों के लोग भी मुठभेड़ स्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। सैन्यकर्मी उन्हें रोक रहे हैं। बता दें इससे पहले 22 फरवरी को जम्‍मू-कश्‍मीर के सोपोर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हो गया था। मालूम हो पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ तेज हो गई है। इस आतंकी वारदात में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे वहीं कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पाक आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।