जल्द प्याज की कीमतें होंगी कम, सरकार ने बनाई ये योजना

प्याज की कीमतें – आसमान पर पहुंची प्याज के दाम थामने के लिए सरकार तेजी से आयात के जरिए आपूर्ति बढ़ा रही है। क्योंकि आज प्याज की कीमतें 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। सरकार ने कीमतों पर लगाम लगाने के लिए अन्य देशों से प्याज के आयात को बढ़ावा देने का फैसला
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जल्द प्याज की कीमतें होंगी कम, सरकार ने बनाई ये योजना

प्याज की कीमतें – आसमान पर पहुंची प्याज के दाम थामने के लिए सरकार तेजी से आयात के जरिए आपूर्ति बढ़ा रही है। क्योंकि आज प्याज की कीमतें 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। सरकार ने कीमतों पर लगाम लगाने के लिए अन्य देशों से प्याज के आयात को बढ़ावा देने का फैसला किया है। इससे प्याज की कीमतें धीरे-धीरे कम होंगी। 200 टन प्याज जहां बंदरगाह पर पहुंच चुका है वहीं 3000 टन रास्ते में है और जल्द ही खुदरा बाजार में पहुंच जाएगा।

जल्द प्याज की कीमतें होंगी कम, सरकार ने बनाई ये योजना

इन देशों से प्याज किया जाएगा आयात

अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान स्थित भारतीय मिशनों को भारत को प्याज की आपूर्ति के लिए कहा गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही 80 से 100 कंटेनरों में प्याज भारत पहुंचेगा। प्याज के आयात का निर्णय लिया जाना इसकी घरेलू उपलब्धता पर्याप्त न होने का संकेत है। सरकार महाराष्ट्र और अन्य दक्षिणी राज्यों से उत्तर भारत में प्याज की आपूर्ति का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही सरकार ने नाफेड को बफर स्टॉक से दाल और प्याज की सप्लाई जारी रखने का निर्देश दिया है। राजधानी दिल्ली में मदर डेयरी को सफल आउटलेट से प्याज बेचने के लिए भी कहा गया है।

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मांग के मुकाबले आपूर्ति

दिल्ली के साथ प्याज खाने वाले देश के सभी भागों में प्याज के दाम में तेजी चल रही है। पासवान ने बताया कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने प्याज के दाम की समीक्षा की है। प्याज के उत्पाद एवं आपूर्ति के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई। वहीं उन्होंने बताया कि प्याज के उत्पादन में 30-40 फीसदी की कमी के कारण प्याज के दाम में तेजी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि किसी वस्तु की कीमत उसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है और फिलहाल मांग के मुकाबले आपूर्ति कम है। कृषि मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि इसमें से 2,500 टन पहले ही भारतीय बंदरगाहों पर 80 कंटेनर में पहुंच चुका है, जिसमें से 70 कंटेनर मिस्र से और 10 कंटेनकर नीदरलैंड से हैं। अन्य 3,000 टन 100 कंटेनरों से हाई सी के जरिए आ रहे हैं, जिसे भारतीय बंदरगाहों की तरफ लाया जा रहा है। प्याज की आपूर्ति में कमी आई है, ऐसा अनियमित बारिश की वजह से हुआ है, जिससे इस साल 30 से 40 फीसदी उत्पादन प्रभावित हुआ है।

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