सूडान में युद्धरत पक्ष 72 घंटे के युद्धविराम के लिए सहमत : ब्लिंकेन

वाशिंगटन, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि सूडान में युद्धरत पक्ष 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लिंकन ने सोमवार को कहा कि 48 घंटे की बातचीत के बाद सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच एक समझौता हुआ है।
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वाशिंगटन, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि सूडान में युद्धरत पक्ष 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लिंकन ने सोमवार को कहा कि 48 घंटे की बातचीत के बाद सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच एक समझौता हुआ है।

सोमवार आधी रात (स्थानीय समयानुसार) से युद्धविराम शुरू हुआ है। इस महीने हिंसा भड़कने के बाद से यह कम से कम तीसरा संघर्षविराम घोषित किया गया है। पिछले दो संघर्षविराम विफल हो चुके हैं।

दोनों पक्षों ने स्वतंत्र रूप से संघर्ष विराम में शामिल होने की घोषणा की है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि सूडान में सैन्य संघर्ष पूरे क्षेत्र और उससे आगे तक फैल सकता है।

उन्होंने चेतावनी दी, हिंसा बंद होनी चाहिए। यह सूडान के भीतर एक विनाशकारी है जो पूरे क्षेत्र तक फैल सकती है।

सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घातक झड़पों में 400 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 4,000 लोग घायल हुए हैं।

सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक आरएसएफ के बीच 15 अप्रैल को राजधानी शहर खार्तूम और अन्य स्थानों पर हिंसक झड़पें हुईं।

आरएसएफ के सदस्यों को देश भर में फिर से तैनात करने को सेना ने एक खतरे के रूप में देखा था।

सूडानी सेना के कमांडर अब्देल फतह अल-बुरहान ने 25 अक्टूबर, 2021 को आपातकाल की स्थिति घोषित करने और संप्रभु परिषद के साथ-साथ सरकार को भंग करने के बाद से सूडान एक राजनीतिक संकट झेल रहा है।

5 दिसंबर, 2022 को, सूडान के सैन्य और नागरिक नेताओं ने राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने और दो साल के संक्रमणकालीन नागरिक प्राधिकरण की स्थापना के लिए एक राजनीतिक रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए, लेकिन दोनों पक्ष अब तक समझौते को अंतिम रूप देने में विफल रहे हैं।

वे सुरक्षा और सैन्य बलों के सुधारों से संबंधित उन अपवादों को छोड़कर अधिकांश मुद्दों पर सहमत हुए हैं, जिनके तहत आरएसएफ और अन्य सशस्त्र गुटों को सूडानी सेना में एकीकृत किया जाएगा।

--आईएएनएस

सीबीटी

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