पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन

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न्यूज टुडे नेटवर्क। लंबे समय से बीमार चल रहे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। दुबई के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था, जहां  उन्होंने 79 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। मुशर्रफ अमाइलॉइडोसिस बीमारी से ग्रसित थेा। तानाशाही छवि के वजह चर्चाओं में रहे परवेज मुशर्रफ को भारत के खिलाफ कारगिल युद्ध सूत्रधार माना जाता था।

पाकिस्तान के सेना प्रमुख एवं राष्ट्रपति रहे परवेज मुशर्रफ का जन्म जन्म 11 अगस्त 1943 को दिल्ली के दरियागंज इलाके में हुआ था। 1947 में भारत विभाजन के कुछ दिन पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया था। उनके पिता पाकिस्तान सरकार में काम करते थे। साल 1998 में परवेज मुशर्रफ पाक सेना के जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची लेकिन भारत के बहादुर सैनिकों ने मंसूबे सफल नहीं होने दिए॥ अपनी जीवनी इन द लाइन ऑफ फायर - अ मेमॉयर' में जनरल मुशर्रफ ने लिखा था कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी। लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए। 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन करने वाले 78 वर्षीय जनरल मुशर्रफ पर उच्च राजद्रोह का आरोप लगाया गया था और 2019 में संविधान को निलंबित करने के लिए मौत की सजा दी गई थी। बाद में उनकी मौत की सजा को निलंबित कर दिया गया था। 2020 में लाहौर उच्च न्यायालय ने मुशर्रफ के खिलाफ नवाज शरीफ सरकार द्वारा की गई सभी कार्रवाइयों को असंवैधानिक घोषित कर दिया था, जिसमें उच्च राजद्रोह के आरोप पर शिकायत दर्ज करना और एक विशेष अदालत के गठन के साथ-साथ इसकी कार्यवाही भी शामिल थी। 

1998 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ को सेना प्रमुख बनाया था। लेकिन एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए। उनके सत्ता संभालते ही नवाज शरीफ को परिवार समेत पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था।

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