सरकार को सेना प्रमुख नियुक्त करने से रोकना इमरान खान का एकमात्र उद्देश्य: मरियम नवाज


द न्यूज ने बताया- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि इमरान खान ने पिछले महीने दो मामलों पर चर्चा के लिए सरकार से संपर्क किया था- उनमें से एक सेना प्रमुख की नियुक्ति थी। हालांकि,उन्होंने उनके साथ इस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया।
सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का विस्तारित कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो जाएगा और गठबंधन सरकार ने बार-बार जोर देकर कहा है कि उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति नियत समय पर और संविधान के अनुरूप की जाएगी। मरियम नवाज ने लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा- इमरान खान का 22 साल का राजनीतिक संघर्ष जनरल मुशर्रफ, पाशा, जहीर उल इस्लाम और उन लोगों के इर्द-गिर्द घूमता है, जिन्हें वह अपनी आंख और कान कहते हैं।

उन्होंने कहा कि इमरान खान उनका समर्थन करने के लिए प्रतिष्ठान पर निर्भर हैं, लेकिन उनकी योजनाएं विफल हो जाएंगी क्योंकि संविधान और कानून के अनुसार, पीएम शहबाज शरीफ अगले सेना प्रमुख को शांतिपूर्वक नियुक्त करेंगे। खान का नियुक्ति से कोई लेना-देना नहीं है। उनका आखिरी कार्ड भी फेल हो गया है। लोगों ने लंबे मार्च में हिस्सा नहीं लिया, और बेटे-बेटियां मार्च में क्यों आएंगे?, आपके बच्चे बाहर शांति से बैठे हैं, तो पाकिस्तान के बेटे आपका समर्थन करने के लिए क्यों बाहर आएं?
--आईएएनएस
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