बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान सितरंग से 15 की मौत


समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ चक्रवात ने देश के एक बड़े हिस्से में घरों, फसलों और बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया, जबकि अधिकांश लोगों की मौत पेड़ों के गिरने के कारण हुई।
स्थानीय सूत्रों ने कहा कि दक्षिणी भोला जिले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। पेड़ गिरने से सड़कें अवरुद्ध हो गईं और बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई।

एक स्थानीय अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि पूर्वी कमिला जिले में सोमवार को एक पेड़ के गिरने से एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और उनकी नवजात बेटी की मौत हो गई।
शेष आठ लोगों की मौत राजधानी ढाका सहित देश के अन्य हिस्सों से हुई है।
तेज हवाओं के कारण कई तट नष्ट हो गए। तूफान ने पेड़ों और घरों को उखाड़ फेंका, इमारतों की छतें तोड़ दीं। जिससे व्यापक बिजली और पानी का संकट पैदा हो गया।
देश के कुछ हिस्सों में करोड़ों गांवों में बाढ़ आने की खबर है और कई अतिसंवेदनशील घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
देश के तट पर आए तूफान से पहले सोमवार को बंगाल की खाड़ी से सैकड़ों हजारों लोगों को निकाला गया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
बांग्लादेश के अधिकांश हिस्सों और प्रमुख बंदरगाहों के लिए खतरे का संकेत नंबर 7 है, जबकि उत्तरी खाड़ी के ऊपर मछली पकड़ने वाली नौकाओं, ट्रॉलर्स और समुद्री जहाजों को अगली सूचना तक सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है।
टीवी फुटेज में भोला, खुलना, चटगांव और अन्य जिलों के तटीय क्षेत्रों में व्यापक तबाही दिखाई गई।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम