मलाइता के पीएम डेनियल सुइदानी को अविश्वास प्रस्ताव से हटाया, विरोध-प्रदर्शनतेज

होनियारा (सोलोमन द्वीप), 7 फरवरी (आईएएनएस)। सोलोमन द्वीप के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांतों में से एक मलाइता के प्रधानमंत्री और चीन के सबसे मुखर आलोचक डेनियल सुइदानी को अविश्वास प्रस्ताव में हटा दिया गया है।
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होनियारा (सोलोमन द्वीप), 7 फरवरी (आईएएनएस)। सोलोमन द्वीप के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांतों में से एक मलाइता के प्रधानमंत्री और चीन के सबसे मुखर आलोचक डेनियल सुइदानी को अविश्वास प्रस्ताव में हटा दिया गया है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कदम के कारण मलाइता प्रांत के औकी में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।

पुलिस ने द गार्जियन को बताया कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस का इस्तेमाल किया। इस दौरान एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है।

मलाइता प्रांत के पीएम डेनियल सुइदानी चीन के साथ देश के संबंधों के सबसे मुखर आलोचकों में से एक रहे हैं।

उन्होंने पिछले साल चीन के साथ एक विवादास्पद सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करने वाली राष्ट्रीय सरकार पर आपत्ति जताई, साथ ही 2019 में बीजिंग के पक्ष में ताइपे के साथ संबंध तोड़ने के फैसले का विरोध किया।

मंगलवार को प्रांतीय विधानसभा में उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा। विधानसभा में दायर प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि सुइदानी ने एक चीनी स्वामित्व वाली खनन कंपनी से अवैध रूप से पैसे लिए थे और अपने निजी सुरक्षा गाडरें और वित्तीय कुप्रबंधन के वेतन का भुगतान करने के लिए अनुचित तरीके से सरकारी फंड का इस्तेमाल किया था।

प्रीमियर और उनकी कार्यकारिणी के प्रस्ताव का बहिष्कार करने के बाद वोट सर्वसम्मति से पारित हो गया।

प्रांतीय सरकार के राष्ट्रीय मंत्री रोलन सेलेसो ने कहा कि सुइदानी की सरकार ने अविश्वास प्रस्ताव की वैधता पर आपत्ति जताने की असफल कोशिश की थी, लेकिन उच्च न्यायालय ने प्रांतीय अध्यक्ष के पक्ष में फैसला सुनाया था और घोषित किया था कि वोट आगे बढ़ सकता है।

--आईएएनएस

पीके/एएनएम