खुशखबरी- Indian Oil उत्तराखंड में खोलने जा रहा है नये पेट्रोल पंप, सीएनजी स्टेशन और गैस एजेंसी, आज यहां हुई बड़ी घोषणा

Indian Oil, देश की प्रतिष्ठित कंपनी इंडियन ऑयल स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में 5 नये CNG Station स्थापित करने की तैयारी में है। जिसके लिए कंपनी के बड़े अधिकारियों ने देवभूमी का रुख करना शुरू कर दिया है। इसी के चलते हल्द्वानी पहुंचे कंपनी के कार्यकारी निदेशक विजय कुमार मिश्रा ने बताया कि देश भर में घटतौली एक बड़ी समस्या है। जिसकी शिकायतों से निजात पाने के लिए कपंनी जल्द ही ई-लाकिंग (E-locking) की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कंपनी देवभूमी में 70 नये पंप (Indian Oil new feeling station) स्थापित करने जा रहा है। वही वर्ष 2020 तक 160 करोड़ की लागत से उत्तराखंड के सितारगंज में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट तैयार किया जाएगा। जिससे न केवल प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा वल्की ग्राहकों को भी फायदा पहुंचेगा।

अधिक जानकारी देते हुए इंडियन ऑयल के सीजीएमओ जितेन्द्र कुमार ने बताया कि E-locking System लागू होते ही देश भर में पेट्रोल व डीजल की होने वाली चोरी पर लगाम लग सकेगी। जिसमें इंडियन ऑयल (Indian Oil) डिपो से ईधन भराने के बाद पंप ग्राहकों तक पहुंचाने के दौरान कंपनी द्वारा अपने ग्राहक के लिए एक कोड जारी किया जाएगा।

जिसको दिखाने के बाद ही कंटेनर का लॉक खोला जा सकेगा। ये कोड Indian oil द्वारा पंप मालिक के मोबाइल नबंर पर जारी कि जाएगा। जोकि डिपो से पंप तक के सफर में ईंधन की चोरी रोकने के लिए लाभदायक साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रयोग को पेट्रोल पंप स्वामियों से लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों को ध्यान में रखकर किया गया है।
घर-घर पहुंचेगी सीजीडी योजना
उत्तराखंड के चार भौगोलिक क्षेत्रों में सीजीडी (CGD) परियोजनाओं को लगाने के लिए Indian Oil द्वारा सभी संबंधित CGD संस्थाओं को अधिकृत किया जा चुका है। इसके लिए उधमसिंहनगर, हरिद्वार, देहरादून और Nainital जिले से शुरूआत की जाएगी। जिसके लिए इंडियनऑयल अडानी गैस प्राईवेट लिमिटेड (IOAGPL) को क्षेत्र में पाइप्ड प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए उधमसिंहनगर का भौगोलिक क्षेत्र अनुबंधित किया जा चुका है। जिसमें अबतक 5124 पीएनजी कनेक्शनों सहित 184 किमी एमडीपीई पाइप लाइन और 44.28 किमी स्टील पाइप लाइनों को बिछा दिया गया है।
हरित ईंधन को मिलेगा बढ़ावा
इसके अलावा कंपनी 2.18 करोड़ की लागत के साथ लालकुआं स्थित इंडियन ऑयल डिपो (indian oil depot) में एक 600 केएल बायोडीजल टैंक और 70 केएल क्षमता के तीन इथेनॉल टैंक (Ethanol Tank) के निर्माण के लिए परियोजना शुरू कर रहा है। जिससे इथेनॉल टैंको का उपयोग पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण तैयार करने के लिए किया जा सके। बता दें लालकुआ Indian oil depot से आने वाले पेट्रोल में वर्तमान समय में 7.34% इथेनॉल मिश्रित है।
कंपनी के इस प्रयोग को करने का मुख्य कारण किसानों को लाभान्वित करने के साथ-साथ ही राज्य में हरित ईंधन के उपयोग को भी बढ़ावा देना है। जिसके लिए रुड़की में इंडियन ऑयल टर्मिनल (Indian oil terminal roorkee) में 1000KL क्षमता के दो इथेनॉल टैंक और 1000KI का एक बायोडीजल टैंक लाये जाएंगे।