India-China dispute: भारत की सख्ती से भड़का चीन, कहा- इस बार 1962 के युद्द से ज्यादा बुरा होगा हाल
भारत और चीन (India-China) के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में हुए गलवान घाटी (Galwan Valley) में हिंसक झड़प में तेजी से राजनीतिक रूप पकड़ लिया है। लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद भारत ने एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (Actual Line of Control) पर सैनिकों का पैर और बढ़ा दिया था। जिसके बाद भारत द्वारा सख्ती बढ़ाने पर चीन तिलमिला उठा है। अब चीन अपनी गीदड़भभकी पर उतर आया है।
भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए चीन के मुख्यपत्र सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने धमकी देते हुए लिखा है कि भारत जानता है कि चीन के साथ जंग नहीं की जा सकती है, क्योंकि अब अगर युद्ध हुआ तो उसका हाल 1992 की लड़ाई से भी बुरा हाल होगा। ग्लोबल टाइम्स में रविवार को प्रकाशित रिपोर्ट में एक चीनी विश्लेषक ने कहा कि अगर नए सिरे से फिर युद्ध होता है तो चीन के साथ 1962 के सीमा विवाद के बाद भारत और अधिक अपमानित होगा।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि गलवान घाटी में सीमा संघर्ष के बाद भारत के भीतर चीन के खिलाफ राष्ट्रवाद और शत्रुता तेजी से बढ़ रही है। जबकि चीनी विश्लेषकों और भारत के अंदर भी कुछ लोगों ने चेतावनी दी थी कि नई दिल्ली को घर में राष्ट्रवाद को शांत करना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी सरकार ने सशस्त्र बलों को कोई भी आवश्यक एक्शन लेने की पूरी आज़ादी दी है। तो ऐसे में चीन भारत को कमजोर समझने की भूल कर रहा है। हालांकि पीएम मोदी तनाव को कम करने की कोशिश करते हुए भी दिखाई दिए।
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