उत्तराखंड में देव डोलियों के स्नान के साथ ही कुम्भ का पहला स्नान सम्पन्न ,सुबह तीन बजे से जुटे श्रद्धालु।

हिमांशु जोशी . आस्था और हिन्दू संस्कृति का महामेला कुम्भ २०२१ का पहला स्नान आज मकर संक्रांति के पवित्र त्यौहार में हर की पैड़ी पर संपन्न हुआ जहां पर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था देखने को मिली लोग कड़ाके की इस ठण्ड में भी सुबह तीन बजे से गंगा में डुबकी लगाते हुए नजर आये जिससे
 | 
उत्तराखंड में देव डोलियों के स्नान के साथ ही कुम्भ का पहला स्नान सम्पन्न ,सुबह तीन बजे से जुटे श्रद्धालु।

हिमांशु जोशी . आस्था और हिन्दू संस्कृति का महामेला कुम्भ २०२१ का पहला स्नान आज मकर संक्रांति के पवित्र त्यौहार में हर की पैड़ी पर संपन्न हुआ जहां पर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था देखने को मिली लोग कड़ाके की इस ठण्ड में भी सुबह तीन बजे से गंगा में डुबकी लगाते हुए नजर आये जिससे कुम्भ में लोगो की अटूट आस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है हरिद्वार में कुंभ वर्ष का आज का पहला स्नान पर्व है। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए सुबह करीब तीन बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। कड़ाके की सर्दी के बीच श्रद्धालुओं ने सुबह चार बजे गंगा स्नान किया।

उत्तराखंड में देव डोलियों के स्नान के साथ ही कुम्भ का पहला स्नान सम्पन्न ,सुबह तीन बजे से जुटे श्रद्धालु।
देवभूमि की देव डोलियों ने स्नान के बाद दिया श्रद्धालुओं को आशीर्वाद

कुमाऊं और गढ़वाल से ढोल दमाऊं के साथ देव डोलियां लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने भी हरकी पैड़ी पर अपने देवी-देवताओं को स्नान कराया। वहीं, श्रद्धालुओं ने तिल, उड़द की दाल की खिचड़ी दान की और मांगलिक कार्य संपन्न कराए। वहीं, देवप्रयाग में भी अलकनंदा और भागीरथी के संगम पर श्रद्धालुओं ने देव डोलियों को स्नान कराया।

आज 5 लाख तक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
हरिद्वार में दिन चढ़ने के साथ ही हरकी पैड़ी पर भीड़ और बढ़ती जा रही है जिसे पुलिस इसे कुम्भ के ट्रायल के रूप में भी देख रही है । लिहाजा भीड़ के मद्देनजर मेला पुलिस और प्रशासन ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी हैं।हरकी पैड़ी समेत सभी घाटों पर मेला और जिला पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद रहेंगी। शिवमूर्ति चौराहे से भीमगोड़ा तक बाहरी वाहनों के लिए जीरो जोन रहेगा। स्थानीय लोग और व्यापारी निजी व आवश्यक कार्यों के लिए दोपहिया वाहनों से आवाजाही कर सकेंगे।

आज के दिन स्नान की है विशेष मान्यता
मकर संक्रांति को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार, मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। हर साल उत्तर भारत से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं। हालांकि, इस बार कोरोना संक्रमण के कारण भीड़ कुछ कम जुटने की संभावना जताई जा रही है। फिर भी पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाओं को देखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं।

उत्तराखंड में देव डोलियों के स्नान के साथ ही कुम्भ का पहला स्नान सम्पन्न ,सुबह तीन बजे से जुटे श्रद्धालु।
उत्तरायणी मेले बागेश्वर मेले मई भी रही रौनक

बागेश्वर में भी उत्तरायणी स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। वहीं, हल्द्वानी रानी बाग स्थित चित्रशाला घाट पर सैकड़ों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने यज्ञोपवीत संस्कार मुंडन एवं कर्ण भेदन संस्कार कराए। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने गार्गी नदी में स्नान भी किया।