उत्तराखण्ड आपदा में यूपी के भी 55 मजदूर लापता, खीरी और श्रावस्तीे से काम पर गए थे, वापस नहीं आए

न्यूज टुडे नेटवर्क। उत्तराखण्ड के चमोली जिले में हुई तबाही में यूपी के श्रावस्ती और लखीमपुर खीरी के 50 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं। लापता 153 लोगों में यूपी के करीब 55 मजदूर वहां पर हैं। आपदा की खबर के बाद इन मजदूरों के परिजन परेशान हैं। घरों में मातम का माहौल है। परिजनों
 | 
उत्तराखण्ड आपदा में यूपी के भी 55 मजदूर लापता, खीरी और श्रावस्तीे से काम पर गए थे, वापस नहीं आए

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। उत्‍तराखण्‍ड के चमोली जिले में हुई तबाही में यूपी के श्रावस्‍ती और लखीमपुर खीरी के 50 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं। लापता 153 लोगों में यूपी के करीब 55 मजदूर वहां पर हैं। आपदा की खबर के बाद इन मजदूरों के परिजन परेशान हैं। घरों में मातम का माहौल है। परिजनों ने प्रशासन से मजदूरों की बरामदगी की गुहार लगाई है। रविवार को उत्‍तराखण्‍ड के तपोवन पावर प्रोजेक्‍ट के पास ग्‍लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई थी। तबाही के बाद टनल धंसने और टनल में मलबा जमा हो जाने के कारण वहां फंसे मजदूर निकल नहीं पाए। इनमें यूपी के मजदूर भी शामिल हैं।

श्रावस्ती जिले के सिरसिया थाना क्षेत्र का रनियापुर गांव थारू बाहुल्य गांव है। यहां की अधिकांश आबादी दूर दराज क्षेत्रों में जाकर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करती है। यहां के रनियापुर गांव के आठ लोग छोटू, वेद प्रकाश, हरिलाल, अजय, प्रभुनाथ, हीरालाल, राजू व राजेश कुछ दिन पूर्व ही मजदूरी करने के लिए गए थे। लेकिन रविवार को जोशी मठ के आगे ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में पांच लोग लापता हो गए। उनकी तलाश के लिए प्रशासन से गुहार लगाई गई है।

बताया जा रहा है कि वहां सभी मजदूर कंपनी द्वारा बनाए गए क्वार्टर में रहते थे। रविवार सुबह जब जोशी मठ के आगे ग्लेशियर टूटने से सैलाब आया तो छोटू, वेद प्रकाश, हरिलाल, अजय व प्रभुनाथ कुल 5 लोग लापता हो गए। वहीं इनके सुरक्षित बचे तीनों साथियों का मानना है कि ये पांचों लोग या तो सैलाब की चपेट में आकर कहीं बहकर चले गए हैं। या फिर अपनी जान बचाने के लिए कहीं दूसरे स्थान की ओर सुरक्षित चले गए हैं।

फिलहाल इन पांचों लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। इन पांचों लोगों के सुरक्षित बचे साथी राजू, हीरालाल व राजेश ने देर शाम को अपने गांव रनियापुर में फोन से परिजनों को घटना की सूचना दी है।जिसके बाद परिजनों सहित पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है वही गांव के लोगों ने लापता पांचों मजदूरों की तलाश के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

श्रावस्ती जनपद के रनियापुर गांव में आज तक की टीम ने पहुंचकर पीड़ित परिवारों का हाल जाना। गांव में चारो तरफ मातम का माहौल था हर घर से रोने की आवाज आ रही थी।सभी परिवार के लोग जगह-जगह रोते बिलखते हुए नजर आ रहे थे।श्रावस्ती के एक छोटे से गांव के 5 परिवारों को उत्तराखंड की तबाही ने तबाह कर दिया जिनके आशियानों में आज मातम का माहौल पसरा है।