किसान आंदोलन में मृत युवक के शव को तिरंगे में लपेटकर ले गए थे अंत्येष्टि स्थल, राष्ट्रीय कानून के तहत ये हुई कार्रवाई

न्यूज टुडे नेटवर्क। किसान आंदोलन में डेड बाडी मिलने के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव को तिरंगे में लपेटकर ले जाने पर एक किसान परिवार पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला दर्ज किया गया है। प्रकरण यूपी के पीलीभीत जिले का है। पीलीभीत के पूरनपुर तहसील का एक किसान युवक किसान आंदोलन में शामिल
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किसान आंदोलन में मृत युवक के शव को तिरंगे में लपेटकर ले गए थे अंत्येष्टि स्थल, राष्ट्रीय कानून के तहत ये हुई कार्रवाई

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। किसान आंदोलन में डेड बाडी मिलने के बाद अंतिम संस्‍कार के लिए शव को तिरंगे में लपेटकर ले जाने पर एक किसान परिवार पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज के अपमान का मामला दर्ज किया गया है। प्रकरण यूपी के पीलीभीत जिले का है। पीलीभीत के पूरनपुर तहसील का एक किसान युवक किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए गाजीपुर बार्डर गया था। जहां अगले दिन किसान की बाडी संदिग्‍ध हालात में मिली थी। जिसके बाद किसान की मौत की खबर आई।

बुद्धवार को युवक के शव का अंतिम संस्‍कार किया जाना था। बताया जा रहा है कि युवक के शव को राष्‍ट्रीय ध्‍वज में लपेटकर कर अंत्‍येष्टि स्‍थल तक ले जाया गया था। यह युवक खेती करता था और कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने में शामिल होने गया था। वहां उसकी डेड बॉडी मिली थी।

किसान आंदोलन में मृत युवक के शव को तिरंगे में लपेटकर ले गए थे अंत्येष्टि स्थल, राष्ट्रीय कानून के तहत ये हुई कार्रवाई
मृत किसान युवक बलजिन्‍दर सिंह

मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने इस मामले में युवक की मां और भाई के खिलाफ केस दर्ज किया है। सेहरामऊ के गांव बारी बुझिया के रहने वाले भजन सिंह का 30 साल का बेटा बलजिंद्र अपने साथियों के साथ 23 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल होने गया था। परिवार से उसकी आखिरी बार 24 जनवरी को बात हुई थी। तब वह गाजीपुर बॉर्डर पर ही था। इसके बाद उससे संपर्क नहीं हुआ। परिवार वालों ने उसके साथ गए लोगों से बात की तो पता चला कि बलजिंदर लापता है।

इसकी सूचना गाजीपुर थाने में दी गई। पुलिस ने बलजिंद्र के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो वह कूड़ा बीनने वाले के पास निकला। गाजीपुर पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि 25 जनवरी को गाजीपुर बार्डर से कुछ दूर बलजिंदर आखिरी बार दिखाई दिया था।

लोगों ने बताया कि वह लड़खड़ा रहा था। लग रहा था कि वह नशे में है। कुछ देर के बाद बलजिंद्र का शव सड़क पर पड़ा मिला। शव के आसपास बड़े-बड़े टायरों के निशान भी मिले थे। इसके बाद परिवार वालों को शिनाख्त के लिए गाजीपुर बुलाया गया। बुधवार को शव का पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।

इस मामले में सेहरामऊ थाना प्रभारी आशुतोष रघुवंशी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि मैं सिपाहियों के साथ मौके पर मौजूद था। बलजिंद्र की मौत हादसे में हुई थी। इसकी FIR भी गाजियाबाद के गाजीपुर थाने में दर्ज है। इसकी कॉपी परिवार को सौंपी गई थी।

अंतिम संस्कार से पहले किसान के भाई गुरविंदर और मां जसबीर कौर ने शव के ऊपर तिरंगा रख दिया। कानून के तहत ऐसा करना जुर्म है। फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के तहत देश के लिए जान देने वाले शहीदों और महान विभूतियों के शव को ही तिरंगे में लपेटा जाता है। ऐसा करने के भी नियम तय हैं।