क्या है होली का महत्व, पढिय़े इस बार का शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में होली का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्योहार होली पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। होली का पर्व रंगों का पर्व है। रंग का अर्थ प्रेम से हैं। गिले शिकवे भूलाकर लोगों से मिलने का भी पर्व
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क्या है होली का महत्व, पढिय़े इस बार का शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में होली का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्योहार होली पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। होली का पर्व रंगों का पर्व है। रंग का अर्थ प्रेम से हैं। गिले शिकवे भूलाकर लोगों से मिलने का भी पर्व है। हिंदू धर्म के अनुसार होली का पर्व दो दिनों तक मनाया जाता है। प्रथम दिन होलिका का दहन किया जाता है। इस बार होलिका का दहन 28 मार्च रविवार के दिन पूर्णिमा की तिथि में किया जाएगा। होलिका दहन का मुहूर्त 18 बजकर 37 मिनट से 20 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। इसके बाद रंग की होली 29 मार्च सोमवार को खेली जाएगी।

आइये जानते है होली का महत्व

मान्यता है कि घर में सुख-शांति और समृद्धि के लिए होली की पूजा की जाती है। होली वाले दिन शुभ मुहूर्त में होलिका का दहन किया जाता है। माना जाता है कि इस दिन स्वयं को ही भगवान मान बैठे हरिण्यकशिपु ने भगवान की भक्ति में लीन अपने ही पुत्र प्रह्लाद को अपनी बहन होलिका के जरिये जिंदा जला देना चाहा था लेकिन भगवान ने भक्त पर अपनी कृपा की और प्रह्लाद के लिये बनाई चिता में स्वयं होलिका जलकर मर गई। इसलिए इस दिन होलिका दहन की परंपरा भी है। होलिका दहन से अगले दिन रंगों से खेला जाता है इसलिये इसे रंगवाली होली और दुलहंडी भी कहा जाता है।

होली का शुभ योग

होली का पर्व 29 मार्च सोमवार को फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाएगा। इस दिन ध्रुव योग निर्माण हो रहा है और चंद्रमा कन्या राशि में गोचर कर रहा होगा। अन्य ग्रहों की बात करें तो मकर राशि में शनि और गुरू विराजमान रहेंगे। वहीं शुक्र और सूर्य मीन राशि में रहेंग। वहीं मंगल और राहु वृषभ राशि, बुध कुंभ राशि और मोक्ष के कारण केतु वृश्चिक राशि में विराजमान रहेंगे।