अगर आप भी है Parle-G बिस्किट खाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान नहीं तो झेलनी बड़ेगी ये मुसीबत

Parle-G biscuit, लंबे समय से सबकी पंसद पार्ले-जी बिस्किट के अंदर मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया है। मामला उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर का है। जिसके बाद से हर कोई हैरान। प्राप्त जानकारी मुताबित मामले का खुलासा उस समय हुआ जब बिस्किट खाने से एक मासूम बच्ची की जान पर बन आई। उस हालत
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अगर आप भी है Parle-G बिस्किट खाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान नहीं तो झेलनी बड़ेगी ये मुसीबत

Parle-G biscuit, लंबे समय से सबकी पंसद पार्ले-जी बिस्किट के अंदर मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया है। मामला उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर का है। जिसके बाद से हर कोई हैरान। प्राप्त जानकारी मुताबित मामले का खुलासा उस समय हुआ जब बिस्किट खाने से एक मासूम बच्ची की जान पर बन आई। उस हालत में बच्ची को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ बिस्किट बनाने वाली कंपनी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है।

मुजफ्फरनगर के मौहल्ला ब्रह्मपुरी में कल पारले-जी के बिस्कुट के पैकेट में छिपकली का बच्चा निकलने से परिजनों ममें हंगामा हो गया है। बिस्कुट की कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। बिस्किट खाने से ढाई वर्षीय बच्ची की हालत बिगडने पर उसे जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया। बच्ची के पिता ने इस मामले में कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।

अगर आप भी है Parle-G बिस्किट खाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान नहीं तो झेलनी बड़ेगी ये मुसीबत

वहीं जानकारी के अनुसार नगर के मौहल्ला ब्रह्मपुरी निवासी अंकित त्यागी आज सुबह अपनी ढाई वर्षीय बेटी मायरा को दुकान से पारले-जी का बिस्कुट का पैकेट दिलाकर लाए थे। घर आकर जब उन्होने बेटी को दूध के साथ बिस्कुट खिलाया तो उसने खाते ही बिस्कुट बाहर निकाल दिया। नन्ही मायरा ने पापा से बिस्कुट में चूंहा होने की बात कही। अंकित त्यागी ने बिस्कुट को देखा तो उनके होश उड गए।

उनके अनुसार बिस्कुट में एक मरी हुई छिपकली पडी हुई थी। मायरा को उल्टी होने पर परिजन उसे तत्काल अस्पताल ले गए। जहां उपचार के बाद अब उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। इन सब के चलते अंकित त्यागी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए इस मामले में पारले जी के खिलाफ कानून कार्यवाही करने की बात कही है। उन्होनें कहा कि इतने बडे ब्रांड पर सभी विश्वास करते हैं। निश्चित रूप से यह कंपनी की घोर लापरवाही का मामला है।