एक आंख खराब होने पर बरेली में अपनों से ठुकराई गई बिटिया जाएगी अमेरिका, जानिए कैसे

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। मारने वाला है भगवान। बचाने वाला भी भगवान। बाल न बाका हो उसका जिसका रक्षक है भगवान। करीब दो साल पहले जंक्शन पर तीन साल की मासूम बिटिया लावारिस हाल में मिली थी। उसकी एक आंख खराब थी। इसलिए संभावना था कि बच्ची के मां-बाप ने उसे अपने से अलग कर
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एक आंख खराब होने पर बरेली में अपनों से ठुकराई गई बिटिया जाएगी अमेरिका, जानिए कैसे

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली। मारने वाला है भगवान। बचाने वाला भी भगवान। बाल न बाका हो उसका जिसका रक्षक है भगवान। करीब दो साल पहले जंक्शन पर तीन साल की मासूम बिटिया लावारिस हाल में मिली थी। उसकी एक आंख खराब थी। इसलिए संभावना था कि बच्ची के मां-बाप ने उसे अपने से अलग कर दिया था।

चाइल्ड हेल्पलाइन ने मासूम को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। जिस पर सीडब्लूसी ने उसे अनाथालय भेज दिया। अनाथालय में रहने के तीन माह पश्चात मासूम को दत्तक ग्रहण ईकाई वार्न बेबी फोल्ड भेज दिया गया। वार्न बेबी फोल्डो की अधीक्षिका प्रिमरोज के अनुसार बच्ची की आंख का इलाज बरेली के ही एक डाक्टर से कराया गया लेकिन दवाई रिएक्शन करने के कारण बच्ची की दूसरी आंख भी खतरे में आ गयी। इसके बाद संस्था ने उसे एम्स दिल्ली में दिखाया तब जाकर उसकी दूसरी आंख बच सकी जहां 22 माह रहने के बाद सीडब्लूसी ने बच्ची को गोद लेने के लिए मुक्त् कर दिया था।

इसलिए किसी ने नहीं अपनाया

बच्ची की एक आंख खराब थी। इसलिए जल्द कोई उस बच्ची को गोद लेने को तैयार नहीं था। बीते दिनों एक अमेरिकन कारोबारी दम्पत्ति ने उस मासूम बिटिया को गोद लेने के लिए आवेदन किया जिसे मंजूरी मिलने के बाद पासपोर्ट समेत सभी दस्तावेज पूरे कर लिये गये और दो दिन पहले अमेरिकन दंपत्ति ने बरेली आकर बच्ची को अपना लिया और खुशी-खुशी अमेरिका रवाना हो गये और इस प्रकार अपनों की ठुकराई। एक भारतीय बिटिया को यूएस की नागरिकता प्राप्त हुई। इस पर सीडब्लूसी मजिस्ट्रेट डीएन शर्मा ने कहा कि अमेरिकन दंपत्ति के इस फैसले से निश्चित तौर पर बेटियों के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा।