कविता-हिमालय है जिसका मुकुट
उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
Aug 21, 2020, 13:44 IST
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उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत दिल्ली पब्लिक स्कूल हल्द्वानी के छात्र आरंभ दुम्का की शानदार कविता पढ़िए-
हिमालय है जिसका मुकुट,
सागर चरण पखारे।
ऐसे ही अलौकिक देश के,
हम हैं प्रहरी सारे।
वीरों ने दी थी कुर्बानी,
शूरवीर वो थे बलिदानी।
राष्टृ हित में प्राण गंवाए,
अनेकता में एकता हमें सिखाए।
हम भी उनके पथ पर चलकर,
आगे बढ़कर और पढ़-लिखकर।
देश के लिए कार्य करेंगे,
मातृभूमि से प्रेम करेंगे।