हल्द्वानी- हरीश रावत के पूर्व सलाहकार रणजीत रावत नैनीताल सीट से हैं गैरहाजिर, बीजेपी ने खोली गैरहाजिर होने की पूरी पोल

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनावी मैदान में है तो बीजेपी उन्हें पटखनी देने के लिए कोई मुददा नही छोड़ता चाहती है। विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के 2017 के चुनाव में डेनिस शराब और अवैध खनन में लूट का मुददा गरमाया था। विंदेश गुप्ता ने आरोप लगाते
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हल्द्वानी- हरीश रावत के पूर्व सलाहकार रणजीत रावत नैनीताल सीट से हैं गैरहाजिर, बीजेपी ने खोली गैरहाजिर होने की पूरी पोल

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनावी मैदान में है तो बीजेपी उन्हें पटखनी देने के लिए कोई मुददा नही छोड़ता चाहती है। विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के 2017 के चुनाव में डेनिस शराब और अवैध खनन में लूट का मुददा गरमाया था। विंदेश गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि हरीश रावत का घोटालों से पुराना नाता रहा है जिसमें डेनिस शराब हरीश रावत और रणजीत रावत की शराब के नाम से राज्य भर में प्रसिद्ध थी और वह इसीलिए चुनाव हार गए। अच्छी शराब को बाजार से दूर करके खराब शराब बाजार में करोड़ों कमाने के लिहाज से रखी गयी थी। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विंदेश गुप्ता ने कहा हरीश रावत अपनी छवि को साफ रखने के लिए जनता को गुमराह करने के लिए रणजीत रावत को नैनीताल संसदीय सीट से दूर रख रहे हैं।

हल्द्वानी- हरीश रावत के पूर्व सलाहकार रणजीत रावत नैनीताल सीट से हैं गैरहाजिर, बीजेपी ने खोली गैरहाजिर होने की पूरी पोल

रणजीत रावत इस सीट पर अभी तक नहीं झाकें

सन 2012 की कांग्रेस सरकार में मुख्य सलहाकार रणजीत सिंह रावत राष्ट्रीय महासचिव एवं नैनीताल संसदीय सीट के प्रत्याशी हरीशरावत के काफी नजदीकी हैं। पहले कई मंत्री और विधायकों ने रणजीत रावत के सरकार में गैरवाजिब हस्तक्षेप के कारण हरीश रावत की खिलाफत की थी। सूत्र बताते हैं कि कई विधायकों और उनके करीबी साथियों ने हरीश रावत को सलाह दी है  कि रणजीत सिंह रावत को इस लोकसभा चुनाव में नैनीताल सीट से दूर रखा जायें।

इन स्थानों पर नही दिखें रणजीत सिंह रावत

हरीश रावत ने रूद्रपुर में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था तब भी रणजीत सिंह रावत नही दिखें। पहली बार हरीश रावत के हल्द्वानी आगमन पर भी रणजीत सिंह रावत हल्द्वानी से दूर रहे। सितारगंज दौरे पर भी रणजीत सिंह रावत नहीं मिले जिससे चर्चाओं का बाजार गर्म है। साथ ही कहा जा रहा है कि अगर हरीश रावत सार्वजनिक तौर पर रणजीत रावत को लेकर साथ चलेंगे तो उन्हें राजनैतिक नुकसान भी होगा। इसीलिए हरीश रावत रणजीत सिंह रावत को इस सीट से दूर रखा जा रहा हैं।