हरिद्वार- चुनाव आयोग की ऐसी सख्ती कि हरिद्वार की मेयर हो गई पैदल, मेयर ने अपनाया यह रास्ता तो देखते रहे गये लोग
हरिद्वार-न्यूज टुडे नेटवर्क-चुनावी दौर में हरिद्वार मेयर अनीत शर्मा चर्चाओं में है। किसी चुनाव को लेकर नहीं बल्कि उनकी गाड़ी जब्त होने के कारण। बताया जा रहा है कि हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा की सरकारी गाड़ी जिला प्रशासन ने जब्त कर ली गई है। मेयर अनीता शर्मा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के इशारे पर उनकी गाड़ी छीनी गई है। आज नाराज मेयर अनीता शर्मा ई-रिक्शा में बैठकर सडक़ों पर उतरी। वह कनखल में सडक़ों पर ई-रिक्शा पर मेयर का बोर्ड लगाकर निरीक्षण करती हुई नजर आयी। इस दौरान वह ई-रिक्शे में एक कॉस्टेबल के साथ मौजूद थी। जिला निर्वाचान अधिकारी के अनुसार चुनाव के दौरान यह एक सामान्य नियम है। जनप्रतिनिधि सरकारी गाड़ी का उपयोग नहीं कर सकते है। ऐसा केवल मेयर ही नहीं कई बड़े नेताओं के साथ हुआ है जो चुनाव के दौरान होता आया है।
हरिद्वार की पहली महिला मेयर है अनिता शर्मा
गौरतलब हे कि हरिद्वार नगर निगम के चुनाव परिणाम में कांग्रेस की अनिता शर्मा को मेयर पद पर निर्वाचित हुई थी। अनिता हरिद्वार नगर निगम की पहली महिला मेयर बन गई हैं। अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की अन्नू कक्कड़ को 3467 मतों के अंतर से हराया। अनिता को 59672 और अन्नू को 56205 मत मिले। गौरतलब है कि पहली महिला महापौर अनीता शर्मा ईओ आवास स्थित पूर्व महापौर का कार्यालय नहीं भाया था। उन्होंने अपना पहला जनता दरबार पुराने महापौर कार्यालय या नगर निगम सभागार के बजाय निगम परिसर में खुले पेड़ के नीचे आयोजित कर अपनी नाराजगी भी जता दी। हालांकि भाजपा के कुछ पार्षदों ने इसे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का कदम बताया। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जनता ने मुझे चुना है, मैं इसलिए जनता के बीच रहूंगी।