हल्द्वानी-रानीखेत में हरदा के साले से हार चुके भट्ट के लिए, अब हरदा को हराना बड़ी चुनौती

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-नैनीताल सीट पर कांटे की टक्कर चल रही है। लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत के आगे अजय भट्ट का कद उतना लंबा नहीं है। क्यों हरीश रावत बड़े-बड़े पदों पर रह चुकें है। राजनीति के मामले में हरीश रावत अजय भट्ट से ज्यादा जानकार है। ऐसे में भट्ट के सामने बड़ी चुनौती है
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हल्द्वानी-रानीखेत में हरदा के साले से हार चुके भट्ट के लिए, अब हरदा को हराना बड़ी चुनौती

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-नैनीताल सीट पर कांटे की टक्कर चल रही है। लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत के आगे अजय भट्ट का कद उतना लंबा नहीं है। क्यों हरीश रावत बड़े-बड़े पदों पर रह चुकें है। राजनीति के मामले में हरीश रावत अजय भट्ट से ज्यादा जानकार है। ऐसे में भट्ट के सामने बड़ी चुनौती है कि वह हरीश रावत के साले करन माहरा को रानीखेत में नहीं हरा सकें। तो नैनीताल में हरीश रावत को कैसे हरा पायेंगे। जिस तरह से आज कांग्रेस ने भाजपा के महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंजू तिवारी को अपने खेमे में शामिल किया उससे साफ होता है कि भाजपा के अंदर खाने सुगबुगाहट है। वहीं मंजू तिवारी ने भी भाजपा पर जमकर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि भाजपा में बुर्जुगों की कोई इज्जत नहीं होती। उन्होंने सीधे-सीधे इसका उदाहरण पूर्व सीएम व भाजपा नेता भुवन चन्द्र खंडूरी का नाम लेकर दिया।

हल्द्वानी-रानीखेत में हरदा के साले से हार चुके भट्ट के लिए, अब हरदा को हराना बड़ी चुनौती

भाजपा के राह में रोड़े ही रोड़े

गौरतलब है कि विगत दिनों देहरादून में राहुल गांधी की रैली के बाद पूर्व सीएम व भाजपा नेता भुवन चन्द्र खंडूरी के पुत्र मनीष कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गये। इससे भाजपा को बड़ा झटका लगा कि खंडूरी परिवार का सख्श कांग्रेस में शामिल हो गया। ऐसे में राहुल ने भी जमकर भाजपा पर प्रहार किया। अब हल्द्वानी में मंजू तिवारी का कांग्रेस में शामिल होना, बीजेपी के लिए कोई चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में नैनीताल सीट पर भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट की राह आसान नहीं है। जिस तरह से महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष मंजू तिवारी आज कांग्रेस में शामिल हुई है ऐसे में भाजपा की राह में रोड़े आने की शुरूआत हुई है।